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रिलायंस जियोफोन लो बजट फोन बनाने वाली कंपनियों के लिए बना सिरदर्द

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PBK NEWS | नई दिल्ली। टेलिकॉम कंपनी रिलायंस जियो का फ्री इंटरनेट इनेबल्ड फोन उन यूजर्स के लिए काफी फायदेमंद साबित होगा जो ज्यादा महंगे 4जी फोन्स अफोर्ड नहीं कर सकते हैं। साथ ही इस फोन की लॉन्चिंग से उन कंपनियों को गंभीर झटका लगा है जो लो-एंड स्मार्टफोन्स बनाते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि यह कंपनियां पहले से ही काफी कम मार्जिन के साथ फोन बनाती हैं। लेकिन इंडस्ट्री एग्जीक्यूटिव और विश्लेषकों की मानें तो जियो का फीचर फोन न तो पूरी तरह से स्मार्टफोन है और न ही बहुत ज्यादा आकर्षक है। लेकिन ऐसा हो सकता है कि यह फोन लोअर एंड मार्किट और सप्लायर्स के लिए वरदान साबित हो। क्योंकि यह फोन एक अलग ही कैटेगरी बना रहा है जो यूजर्स को आकर्षित कर रहा है। साथ ही ज्यादा से ज्यादा यूजर्स को एक साथ ऑनलाइन लाने की कोशिश कर रहा है।

जियो ने बनाया नया फोन सेगमेंट:

जियोफोन मोबाइल बाजार में एक नया फोन सेगमेंट बना रहा है जिसका लक्ष्य वो यूजर्स हैं जो कम कीमत में फोन खरीदना चाहते हैं। इन यूजर्स की मूल जरुरत फोन कॉल और मैसेज होते हैं। ऐसे में जियो का यह नया फोन इन यूजर्स के लिए एक बेहतर विकल्प है। पिछले साल रिलायंस जियो ने भारतीय टेलिकॉम सेक्टर को फ्री सेवाएं देकर तगड़ा झटका दिया था। और अब कंपनी सस्ता फोन लॉन्च कर मोबाइल बाजार में भी क्रांति लाने की कोशिश कर रही है।

शून्य कीमत में पेश किया जियोफोन:

पिछले हफ्ते जियो ने एक फीचर फोन लॉन्च किया था जो डिजिटल पेमेंट को सपोर्ट कराता है। इसकी कीमत शून्य रखी गई है। यूजर्स अगर इस फोन को खरीदना चाहते हैं तो उन्हें यह फोन 1,500 रुपये का रिफंडेबल डिपॉजिट देकर मिल सकता है। वर्तमान में भारत में करीब 750 मिलियन मोबाइल यूजर्स ऐसा फोन इस्तेमाल करते हैं जो केवल कॉल और मैसेज करने में ही सक्षम है। लेकिन जियोफोन आने के बाद अब यूजर्स बेसिक फोन की चेन को तोड़कर जियो में अपग्रेड कर सकते हैं।

टेक रिसर्च फर्म आईडीसी के विश्लेषक जयपाल सिंह ने कहा, “4जी फीचर फोन का कॉन्सेप्ट नया नहीं है क्योंकि भारत में पहले से ही कंपनियों ने इस पर रिसर्च की हुई है। साथ ही यह भी कहा कि माइक्रोमैक्स, लावा, इंटेक्स और कार्बन जैसी कंपनियां या तो जियो के साझेदारी कर या उसे टक्कर देने के लिए 4जी फीचर फोन लॉन्च करेंगी।

माइक्रोमैक्स, लावा और सैमसंग भी रेस में:

माइक्रोमैकस भारत के सबसे बड़े ब्रैंड्स में से एक है। कंपनी का कहना है कि वो 4जी फीचर फोन पर काम कर रहा है जो जियो को कड़ी टक्कर देगा। वहीं, लावा ने भारत का सबसे पहले कम कीमत वाला 4जी फोन लॉन्च किया था। इसे करीब 3,000 रुपये में पेश किया गया था। कंपनी का कहना है कि अगर मार्किट में डिमांड बढ़ती है तो वो और भी फोन लॉन्च करेगी। इसके अलावा अगर सैमसंग इलेक्ट्रॉनिक्स की बात की जाए तो यह भारत में हाई-एंड से लेकर बेसिक स्मार्टफोन तक उपलब्ध कराती है। खबरों की मानें तो कंपनी अपने मार्किट को बढ़ाने के लिए कुछ नया पेश कर सकती है।

टेक रिसर्च फर्म स्ट्रैटजी एनालिस्ट के एग्जीक्यूटिव डायरेक्ट नील मॉस्टॉन ने कहा, “मोबाइल बाजार अभी भी कठिन समय का सामना करेगा क्योंकि जियो अपने प्रतियोगियों और उनके सप्लायर्स को कड़ी टक्कर दे रहा है। जियो का सस्ता 4जी फोन भारत के मौजूदा फीचर फोन लीडर्स जैसे सैमसंग, इंटेक्स और लावा के लिए कड़ी चुनौती है। आपको बता दें कि कुछ समय पहल ही एचएमडी ग्लोबल ने नोकिया 3310 का नया अवतार पेश किया था।

केवल बिजनेस नहीं:

कंपनी के चेयरमैन मुकेश अंबानी का यह दांव सिर्फ बिजनेस के तौर पर नहीं देखा जा सकता है। यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के डिजिटल इंडिया और मेक इन इंडिया को बढ़ावा देने का भी कदम माना जाता है। रिलायंस के एग्जिक्यूटिव ने कहा कि जियोफोन की असेंबली इस साल के अंत तक फॉक्सकॉन और फ्लेक्सट्रॉनिक के जरिए भारत में ही की जाएगी। जहां एक तरफ स्मार्टफोन्स भारत के शहरों में लोकप्रिय हैं। वहीं, जियोफोन छोटे तबके के लोगों को जियो से कनेक्ट होने में मदद करेगा।

विश्लेषकों का कहना है कि जियोफोन यूजर्स को हाई-स्पीड वेब ब्राउजिंग का लाभ देता है। साथ ही यह ऑनलाइन शॉपिंग को भी बढ़ाने में मदद करेगा। लॉन्चिंग के बाद से जियो ने 125 मिलियन से ज्यादा यूजर्स को अपने साथ जोड़ा है।

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