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12 साल की लड़की को अगवा कर गैंगरेप, मामला दबाने पर तीन पुलिसकर्मी नपे

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PBK NEWS | कैथल। जिले के एक गांव में दो लोगों ने 12 साल की लड़की को अगवा कर सामूहिक दुष्‍कर्म किया। दाेनों लड़की को अपनी बहन के घर ले जाकर यह कुकृत्‍य किया। पुलिस में मामला दर्ज होने के बाद पुलिसकर्मियाें ने गांव के सरपंच से मिलकर पीडि़ता पर दबाव बनाया। इसके खुलासे के बाद एसपी ने जांच अधिकारी को सस्पेंड कर दिया। दो अन्य पुलिसकर्मियों का तबादला किया गया है।

मामले की जांच का जिम्मा डीएसपी जोगिंद्र सिंह को सौंपा है। इसके अलावा गांव के सरपंच जोगा सिंह के खिलाफ अपहरण और जान से मारने की धमकी देने के आरोप में केस दर्ज किया गया है। उधर मामले में पुलिस ने दुष्कर्म के दोनों अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया है।

12 वर्षीय पीडि़ता ने बताया कि 5 अगस्त की सुबह वह शौच करने जा रही थी तो गांव के ही रघुनंदन और मेवा राम ने उसका अपहरण कर लिया। उसके बाद वह उसे अपनी बहन के घर गांव खेड़ी लांबा ले गए। इस दौरान दोनों ने रास्ते में और उसकी बहन के घर पर ले जाकर दुष्कर्म किया। उसके परिजनों ने मामले की शिकायत पूंडरी थाना में दी।

पीडि़ता के पिता ने बताया कि गांव के सरपंच जोगा सिंह ने अभियुक्तों और लड़की को वापस लाने की जिम्मेदारी ली। 6 अगस्त की शाम सरपंच जोगा सिंह लड़की और अभियुक्तों को अपने कार्यालय में ले आया। आरोप है कि वहां उसने कई घंटों तक उन्हें नग्न रख वीडियो क्लिप भी बनाई। इसके बाद सरपंच ने लड़की को पुलिस के हवाले कर दिया।

महिला थाना पुलिस और पूंडरी पुलिस लड़की और उसकी मां को पूछताछ के लिए कैथल लेकर आई। पीडि़ता की मां ने आरोप लगाया था कि पुलिस ने उसकी लड़की को डरा धमकाकर मजिस्ट्रेट के सामने गलत बयान दर्ज करवाए। जब कई दिनों तक उन्हें न्याय नहीं मिला तो मामले की शिकायत लेकर वह चंडीगढ़ में एडीजीपी से मिली। एडीजीपी ने कैथल एसपी को मामले की जांच करने को कहा। सोमवार को पीडि़त परिवार एसपी से मिलने पहुंचा था, जिसके बाद एसपी ने यह कार्रवाई की।

” मामले में लापरवाही बरतने के आरोप में जांच अधिकारी हरप्रीत को सस्पेंड कर दिया गया है, वहीं एएसआइ जयभगवान और एसए जसबीर का तबादला कर दिया गया है। मामले में दोनों अभियुक्तों को गिरफ्तार करने के साथ ही सरपंच के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया है।

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