[post-views]

4 मुख्य कारणों से लोगों में बढ़ रही गाल ब्लेडर स्टोन्स : डॉ. अश्वनी ठकराल

38

बादशाहपुर, 15 मई (अजय) : लोगों में दिन प्रति दिन बढ़ रही गाल ब्लेडर स्टोन्स बड़ी समस्यां पैदा कर रहा है गाल ब्लेडर स्टोन्स में आम तौर पर लोगों को ऑपरेशन के अलावा कोई दूसरा विकल्प नही होता
गुड़गांव के ठकराल नरसिंह होम के सर्जन डॉ. अश्वनी ठकराल व विशेषज्ञों की माने तो पित्ताशय की पथरी बनने के कारणों का अभी तक साफ़ पता नहीं चला है, लेकिन माना जाता है कि यह मोटापे, डायबिटीज, आनुवांशिक तथा रक्त संबंधी बीमारियों की वजह से हो सकती है। आमतौर पर 85 प्रतिशत लोगों के पित्ताशय में यह पथरी चुपचाप पड़ी रहती है। इनसे कोई कष्ट नहीं होता। जिन लोगों को पेट के दाएँ ऊपरी हिस्से में दर्द होता है उन्हें पथरी की समस्या हो सकती है।
डॉ. अश्वनी कहते है कि मनुष्य शरीर में अनेक प्रकार की पथरियों की समस्या हो सकती है, जिसमें किडनी की पथरियाँ एवं पित्त की थैली की पथरी प्रमुख है। गाल ब्लेडर स्टोन्स एक बहुत ही आम समस्या है। गुड़गांव में पथरी के मरीजों की संख्या अधिक बढ़ रही है। इस तरह की पथरी महिलाओं में अधिकपाई जाती है।

क्या है पित्त थैली की पथरी : हमारे शरीर में नाशपाती के आकार का थैलीनुमा यह अंग लीवर के नीचे पाया जाता है। सामान्यतः इसका कार्य पित्त को इकट्ठा करना एवं उसे गाढ़ा करना है। आम धारणा के विपरीत यह अंग स्वयं पित्त नहीं बनाता है।आमतौर पर 85 प्रतिशत लोगों के आमतौर पर 85 प्रतिशत लोगों के रहती है। इनसे कोई कष्ट नहीं होता। जिन लोगों को पेट के दाएँ ऊपरी हिस्से में दर्द होता है उन्हें पथरी की समस्या हो सकती है।

पथरी बनने का कारण : डॉ. अश्वनी कहते है कि मूल कारण तो ज्ञात नहीं, लेकिन कुछ कारक हैं जो इसके बनने के कारण है जिसमे सबसे पहले 30 से 40 वर्ष में सबसे ज्यादा वैसे किसी भी उम्र में हो सकती है। पुरुषों की तुलना में महिलाओं में दो गुना ज्यादा होने की आशंका। सबसे अधिक मोटापा, डायबिटीज (मधुमेह) तथा तेजी से वजन घटना (क्रेश डायटिंग) व ज्यादा भूखा रहना के साथ साथ आनुवांशिक खून संबंधी बीमारियाँ से भी यह बनती है वही कुछ भौगोलिक परिस्थितियाँ भी इसमें सहायक होती है

Comments are closed.