PBK NEWS | नई दिल्ली। भारत के खिलाड़ियों ने वर्ल्ड ड्वॉफ गेम्स में शानदार प्रदर्शन करते हुए 37 मेडल अपने नाम किए हैं। कनाडा में हुई इस प्रतियोगिता में भारतीय खिलाड़ियों ने रिकॉर्ड 37 पदक जीतकर इतिहास रच दिया है। भारतीय दल में शामिल खिलाड़ियों ने निजी समस्याओं और आर्थिक परेशानियों को दरकिनार करते हुए 24 देशों के इस टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन किया।
भारतीय खिलाड़ियों ने जीते गए 37 पदकों में से 15 स्वर्ण पदक हैं। भारतीय दल इस प्रतियोगिता में 10वें स्थान पर रहा। जब भारतीय दल वहां गया था तब शायद ही किसी ने उनसे इतने अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद की थी। यह टूर्नामेंट 12 अगस्त को कनाडा में समाप्त हुआ।
यह वर्ल्ड गेम में भारत का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। चार साल में एक बार होने वाले इस इवेंट में 24 देशों के 400 खिलाड़ियों ने भाग लिया था।
फर्राटा धावक देवप्पा मोरे ने कहा, ‘कर्नाटक के हमारे किसी भी क्वलीफाइड एथलीट को कोई आर्थिक सहायता नहीं मिली थी। अपना खर्च निकालने के लिए मैंने अपनी जमीन गिरवी रखकर दो लाख रुपये का बंदोबस्त किया।’ मोरे ने 100 मीटर दौड़ में स्वर्ण पदक और 200 मीटर में रजत पदक जीता था।
भारत की कामयाबी में कर्नाटक के एथलीट्स का बड़ा योगदान रहा। यहां के सात प्रतिभागियों ने कुल 16 पदक जीते। इसमें नौ गोल्ड, चार सिल्वर और तीन ब्रॉन्ज मेडल शामिल थे।
भारत की ओर से जॉबी मैथ्यू ने भारत की ओर से सबसे ज्यादा पदक जीते। उन्होंने भारत के कुल 37 पदक में से 2 गोल्ड और तीन रजत और एक कांस्य पदक जीता।
Comments are closed.