PBK NEWS | नई दिल्ली। अगले महीने चीन में ब्रिक्स सम्मेलन आयोजित होने जा रहा है। इस दौरान डोकलाम को लेकर भारत और चीन के बीच जारी गतिरोध खत्म होने संभावना पर पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार शिवशंकर मेनन ने कहा है कि यह तभी हो सकता है, जब दोनों पक्ष इसके लिए पहले से ही अच्छे से तैयार हों। वहीं मेनन ने अफगानिस्तान पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के भाषण का भी स्वागत किया, क्योंकि उन्हें यह कुछ सकारात्मक लगा। मगर चाहते हैं कि भारत अफगानिस्तान में अपने हितों का पालन करे।
आपको बता दें कि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार होने के साथ ही मेनन चीन के राजदूत के तौर पर भी अपनी सेवाएं दे चुके हैं। इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार, मेनन ने बातचीत में कहा कि अगले महीने ब्रिक्स सम्मेलन के दौरान डोकलाम को लेकर जारी गतिरोध पर कोई सकारात्मक परिणाम तभी सामने आ सकता है, जब दोनों पक्षों द्वारा इसको लेकर अच्छे से तैयारी की गई हो। उन्होंने कहा, चीन और हमारे बीच अतीत में जिस तरह से बातचीत हुई है, इस तरह की चीजों को लेकर हमेशा सावधानी से तैयारी की जानी चाहिए ना कि उसी पल।
गौरतलब है कि डोकलाम को लेकर पिछले ढ़ाई महीने से भारत और चीन के बीच गतिरोध जारी है। हालांकि इस बीच, अभी खबर आ रही है कि दोनों देशों ने विवादित क्षेत्र से अपनी सेना हटाने का फैसला किया है। चीन ने भारतीय जवानों पर सिक्किम में सीमा पार करने और एक सड़क निर्माण के कार्य में बाधा डालने का आरोप लगाया था। जहां तक ब्रिक्स सम्मेलन की बात करें तो यह तीन से पांच सितंबर के बीच चीन में आयोजित होने वाला है। इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शामिल होने की संभावना है, हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है।
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