PBK NEWS | नई दिल्ली। पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस एसएस सेरॉन ने कभी नहीं सोचा होगा कि उनके कार्यकाल के अखिरी दिन इतने महत्वपूर्ण होंगे। डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह को दुष्कर्म मामले में दोषी करार दिए जाने के बाद राज्य में कानून-व्यवस्था बनाए रखने में नाकाम रहने पर जिन जजों ने केंद्र व हरियाणा सरकार को फटकार लगाई थी, उनमें से एक सेराॅन भी हैं। वह हाई कोर्ट के जज के तौर पर 15 साल तक अपनी सेवाएं देने के बाद तीन सितंबर को रिटायर हो जाएंगे।
61 वर्षीय जस्टिस सेरॉन पिछले साल हरियाणा में हुए जाट आंदोलन मामले की भी सुनवाई कर रहे हैं। इस मामले में भी उन्होंने राज्य में हिंसा रोकने में नाकाम रही राज्य सरकार को खरी-खरी सुनाई थी। पिछले महीने जस्टिस सेरॉन ने जाट आंदोलन के दौरान दर्ज एफआइआर को वापस लेने की हरियाणा सरकार की कोशिशों को लेकर फटकार लगाई थी।
उन्होंने कहा था, हम लोगों पर मुकदमा चलाने को कह रहे हैं, आप मामलों को वापस ले रहे हैं। कई और अहम मामलों में भी जस्टिस सेरॉन और उनकी बेंच ने कड़ाई और अहम भूमिका निभाई है।
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