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सावधान! गूगल के साथ शेयर हो रही है एंड्रॉयड यूजर्स की जानकारी

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PBK NEWS | नई दिल्ली। एंड्रॉयड स्मार्टफोन में वायरस आना या इसके जरिए यूजर की जानकारी लीक होने के कई मामले सामने आए हैं। अब एक नई रिपोर्ट के मुताबिक, यूजर की फिजिकल एक्टिविटी की जानकारी एंड्रॉयड स्मार्टफोन गूगल और फोन में इंस्टॉल्ड एप्स को देता है।

कैसे लीक होती है जानकारी?

रिपोर्ट के मुताबिक, मोबाइल डिवाइस के सेंसर्स के जरिए यूजर की एक्टिविटी मॉनिटर, प्रोसेस और डिस्क्लोज की जाती है। इसके बाद यूजर की जानकारी को एंड्रॉयड डिवाइस में दिए गए Activity Recognition परमीशन के जरिए एक्सेस किया जाता है। यह पूरा प्रोसेस मात्र कुछ सेकेंड्स में ही हो जाता है। उदाहरण के तौर पर: अगर आप मेट्रो स्टेशन से ऑफिस की तरफ आ रहे हैं तो Activity Recognition परमीशन लोकेशन सेंसर, गायरोस्कोप, प्रॉक्सीमिटी और अन्य सेंसर्स के जरिए आपकी रियल-टाइम लोकेशन को कैप्चर कर लेते हैं। इससे यूजर की फिजिकल एक्टिविटी पर नजर रखी जा सकती है।

कैसे काम करता है Activity Recognition?

गूगल ने बताया, “एंड्रॉयड डिवाइस में Activity Recognition API बिल्ट-इन होता है।” रिपोर्ट में बताया गया कि Activity Recognition API समय-समय पर सेंसर डाटा को पढ़कर उन्हें मशीन लर्निंग मॉडल्स के जरिए प्रोसेस कर एक्टिविटी का पता लगाता है। यानी Activity Recognition सेंसर्स से जानकारी को इक्ट्ठा कर यूजर की एक्टिविटी जुटाता है जिसके बाद इस जानकारी को फोन एप्स से शेयर किया जाता है।

आपको बता दें कि Activity Recognition परमीशन का विकल्प फोन की सेटिंग्स में Other ऑप्शन के अंदर दिया गया होता है। API को डिसेबल करने का कोई तरीका नहीं है। लेकिन हर एप की परमीशन को एप सेटिंग में जाकर ठीक किया जा सकता है। अगर आप किसी एप पर अपनी एक्टिविटी डिटेल नहीं भेजना चाहते हैं तो Activity Recognition परमीशन को डिसेबल किया जा सकता है।

News Source :- wwww.jagran.com

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