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दादा और खुद का सपना पूरा किया मानुषी ने, मिस वर्ल्‍ड बनी और एमबीबीएस भी कर रही

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PBK NEWS | रोहतक। मानुषी छिल्‍लर ने अपना आैर अपने दादा दोनों का सपना पूरा किया है। दादा का सपना था के पोती डाॅक्‍टर बने तो वह एमबीबीएस की पढ़ाई कर उसे भी पूरा कर रही है। खुद का ख्‍वाब था कि मिस वर्ल्‍ड बने तो उसे भी हासिल किया। मानुषी भगत फूल सिंह महिला मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस तृतीय वर्ष की पढ़ाई क रही है।

लक नगर में रहने वाले मानुषी के चाचा डॉ. दिनेश छिल्लर व चाची डॉ. ऊषा ने बताया कि मानुषी का बचपन से ही उनका मॉडलिंग के जरिये दुनिया में पहचान बनाने का सपना था। डॉ. दिनेश ने बताया कि मानुषी के दादा उन्हें डाक्टर बनाना चाहते थे। ऐसे में दादा का सपना पूरा करने के लिए मानुषी ने एमबीबीएस को चुना। वहीं अब उन्होंने बताया कि मानुषी ने कभी समय बर्बाद नहीं किया है। वह हमेशा से ही हर समय किसी न किसी कार्य में खुद को व्यस्त रखती थी और हर काम को तसल्ली से करती थी। उन्हें देखकर बचपन से ही सबको लगता था कि एक दिन वह जरूर कुछ बड़ा काम करेगी। मानुषी ने आज वह कार्य कर दिखाया है।

मिस वर्ल्‍ड बनने के बाद माता-पिता के साथ मानुषी।

मानुषी की जीत की खुशी में उनके चाचा के घर में जश्न का माहौल है। उनके घर पर पहले से ही मानुषी की बुआ राधिका कमल, फूफा हरि सिंह कमल के साथ ही बच्चे भी पहुंच गए थे। चाचा डॉ. दिनेश ने बताया कि मानुषी की जीत के लिए उनके परिवार ने पहले मंदिर में पूजा की और बाद में टीवी देखने लगे। टीवी में जब मानुषी के सिर मिस वर्ल्‍ड का ताज सजा तो सभी की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। उनका पूरा परिवार इसके बाद झूम उठा । यहां तक कि बच्चों ने तो मानुषी की फोटो को हाथों में लेकर डांस किया। सभी ने एक दूसरे को मिठाई खिलाई और बधाई दी। देर रात तक भी उनके घर बधाई देने वालों का तांता लगा रहा।

पसंद है नानी के हाथों की दाल रोटी

मानुषी छिल्लर की नानी सावित्री सहरावत का कहना है कि मानुषी को बचपन से ही उनके हाथों की दाल रोटी पसंद है। वह जब भी यहां आती है तो दाल रोटी बनाने की मांग करती। नानी भी बड़े चाव से उनके लिए दाल रोटी बनाकर खिलाती। इसके साथ ही मानुषी नानी के साथ मिलकर घर के काम में हाथ भी बटाती।

नाना चंद्र सिंह सहरावत बताते हैं कि मानुषी का उनके साथ विशेष लगाव है। वह बचपन में अक्सर यहां आती तो उनके साथ खेलती थी। उन्होंने आज मिस वर्ल्‍ड का ताज जीतकर देश का नाम रोशन किया है। सभी को उन पर गर्व है। वहीं मामा संदीप सहरावत का कहना है कि मानुषी लड़कियों के लिए रोल मॉडल बनी है। इससे पूरे परिवार में खुशी का माहौल है।

पारिवारिक विरोध के बावजूद अटल रहा मानुषी का इरादा

टीवी पर बचपन में बार्बी डॉल की फिल्में देखकर नानी की साडिय़ों से सजने- संवरने वाली मानुषी छिल्लर ने मिस इंडिया बनने के बाद ही मिस वल्र्ड के ताज पर निगाहें टिका दी थी। रोहतक में जन्मी मानुषी ने मिस वर्ल्‍ड प्रतियोगिता की तैयारियों के लिए एमबीबीएस की पढ़ाई से ब्रेक भी ले लिया था। डॉ. दिनेश छिल्लर ने बताया कि मानुषी का जन्म रोहतक में ही हुई है। उस समय उसके पिता डॉ. मित्रवसु और मां नीलम यहां पीजीआइ में चिक्त्सिक थे।

मानुषी के मिस वर्ल्‍ड बनने पर खुश्‍ाी मनाते चाचा-चाची और अन्‍य परिजन।

उन्‍हाेंने बताया कि मानुषी की रुचि डांस, म्यूजिक और मॉडङ्क्षलग में थी। जब एमबीबीएस में दाखिला हुआ तो परिवार उसकी अन्य गतिविधियों का विरोध करने लगा, क्योंकि मेडिकल की पढ़ाई कठिन थी। इस पर मानुषी ने वादा किया तो उसकी अन्य गतिविधियों से पढ़ाई पर कोई असर नहीं पड़ेगा। मानुषी ने पहले मिस इंडिया और अब मिस वल्र्ड का ताज जीतकर इसे साबित भी कर दिया है।

एमबीबीएस की  पढ़ाई से ब्रेक ले मानुषी बनीं मिस वर्ल्‍ड

बता दें कि मिस इंडिया बनने के बाद दो जुलाई को मानुषी अपने ननिहाल में आई थीं। खानपुर मेडिकल कॉलेज से मानुषी एमबीबीएस दूसरे वर्ष की पढ़ाई कर रही हैं। उसके पिता डा. मित्रबसु और उनकी पत्नी डा. नीलम छिल्लर पीजीआइएमएस रोहतक में रह चुके हैं। मानुषी का 14 मई 1997 को रोहतक में ही जन्म हुआ। जब मानुषी चार वर्ष की थी, तब रोहतक से उसके माता-पिता दिल्ली शिफ्ट हो गए।

मानुषी तीन भाई बहनों में छोटी है। उनकी बड़ी बहन  एलएलबी की पढ़ाई कर रही है। मानुषी की नानी सावित्री सहरावत ने बताया कि उनकी दोहती को बचपन से ही सजने-संवरने का काफी शौक रहा है। उसका बचपन गुड्डे-गुडिय़ों में नहीं बिंदी, काजल, चूडिय़ों और चुनरी आदि से संवरने में बीता। मानुषी पेंटिंग और कुचीपुड़ी नृत्य में भी अच्छी हैं। इसके अलावा पेट्स और स्टडी से भी बहुत प्यार है, इसलिए हमेशा टॉपर रही है। मानुषी के चाचा और बुआ कमल कालोनी में रहते हैं। मानुषी की बुआ डॉ. राधिका प्रोफेसर हैं। वह जाट कॉलेज से रिटायर्ड हुई हैं।

सीबीएसई में कक्षा 12 में अंग्रेजी की पढ़ाई में किया था टॉप

विश्व की सर्वश्रेष्ठ सुंदरी का खिताब हासिल करने वाली मानुषी छिल्लर पढ़ाई में भी अव्वल हैं। सोनीपत के भगत फूल सिंह राजकीय महिला मेडिकल कॉलेज की एमबीबीएस की छात्रा मानुषी ने 12वीं की सीबीएसई में अंग्रेजी विषय में पूरे देश में टॉप किया था। मानुषी ने माता-पिता की तरह डॉक्टर बनने का फैसला तो लिया, लेकिन मॉडलिंग में रुचि भी बरकरार रही। मानुषी पहले की प्रयास में एआइपीएमटी में उत्तीर्ण हो गई थी।

News Source: jagran.com

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