PBK NEWS | करनाल। राजपूत जागृति विरासत मंच के संरक्षक व भाजपा नेता सूरजपाल अम्मू ने कहा कि चार प्रदेशों की सरकारें पद्मावती फिल्म के प्रदर्शन पर रोक लगा चुकी है। अब हरियाणा सरकार को भी अविलंब रोक लगा देनी चाहिए। वह इस फिल्म को लेकर अपने बयान पर आज भी अडिग हैं। इस पर माफी मांगने का सवाल ही नहीं उठता।
यहां पत्रकाराें से बातचीत में कहा कि वह किससे माफी मांगे, उनसे जो पूंजीपति है और फिल्म बनाकर देश की संस्कृति और राजपूतों के सम्मान को अपमानित कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि राजपूत बिरादरी और देश का हर नागरिक इस फिल्म का विरोध करता है। जिस देवी पद्मावती ने 16 हजार क्षत्राणियों के साथ जौहर कर अपनी जान दी थी। उसने मुगलों के सामने समर्पण नहीं किया।
उन्होंने कहा, आज संजय लीला भंसाली मनगढ़ंत कहानी बनाकर पद्मावती के चरित्र पर सवाल खड़ा कर रहा है। जिसे पूरा देश सती और शीलवान नारी के रूप में पूजता है, उसी का प्रेम संबंध मुस्लिम नरेश के साथ दिखाकर इतिहास को भंसाली अपमानित कर रहा है। उन्होंने कहा कि यह फिल्म समाज के हित में नहीं है। वह लोकतांत्रिक ढंग से इसका विरोध कर रहे है।
उन्होंने कहा कि 10 दिसंबर को क्षत्रिय अधिकार आरक्षण रैली दिल्ली में है, जिसके माध्यम से लोगों को जगाया जाएगा। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि संजय लीला भंसाली देश का गद्दार है। उसने कानून को भी चुनौती दी है। लंदन में इस फिल्म का प्रदर्शन कर देश को अपमानित कर रहा है। कानून से ऊपर कोई नहीं है। केंद्र सरकार को इसके खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए।
इससे पहले राजपूत जागृति मंच की बैठक हुई। जिसमें विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की गई। इस अवसर पर अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा के अध्यक्ष ठाकुर अजय सिंह, मंच के अध्यक्ष भूम सिंह राणा, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हरदीप सिंह राणा, सचिव जितेंद्र राणा, जयवीर, अजीत राणा, बिट्टू और भूपेंद्र, कर्नल देवेंद्र सिंह, शशि राणा, जसवंत राणा और विक्रम चौहान मौजूद थे।
News Source: jagran.com
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