चंडीगढ़। हरियाणा में गीता जयंती महोत्सव की धूम है। गीता की जन्मस्थली कुरुक्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय गीता जयंती महोत्सव के अलावा पूरे राज्य में समारोह और विविध कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। पानीपत में सांस्कृतिक व धार्मिक कार्यक्रम के साथ शोभायात्रा निकाली गई। इसके साथ ही रोहतक, झज्जर, हिसार, सिरसा सति विभिन्न स्थानों पर गीता जयंती समाराेहों का आयोजन किया जा रहा है। इनका समापन 30 नवंबर को हाेगा।
पानीपत में गीता जयंती पर भव्य आयोजन हाे रहा है। बुधवार को शहर में भव्य शोभायात्रा निकाली गई। इसमें स्कूलों व काॅलेजों के विद्यार्थियों के साथ-साथ विभिन्न संस्थानों से जुड़े लोगों ने भी भाग लिया। इसमें स्वामी ज्ञानानंद महाराज सहित कई गण्यमान्य लोगोंं ने भी भाग लिया। इसके अलावा, गीता जयंती समारोह में विभिन्न कार्यक्रमों का अायोजन हाे रहा है। इस मौके पर सिख संगत ने भी भंडारे का अायोजन किया गया।
पानीपत में गीता जयंती कार्यक्रम में भाग लेते स्कूली बच्चे।
गीता महोत्सव पर आयोजित कार्यक्रम में स्वामी ज्ञानानंद महाराज ने कहा कि प्रदेश सरकार के सहयोग से गीता जयंती का अवसर अविस्मरणीय हो गया है। गीता का ज्ञान आम लाेगों तक पहुंचाना बहुत जरूरी है।
झज्जर में बुधवार को गीता जयंती समारोह में कृषि मंत्री ओम प्रकाश धनखड़ पहुंचे। उन्होंने दीप प्रज्ज्वलित कर आज के कार्यक्रम का अागाज किया। इस मौके पर श्रीमद्भागवत पर प्रदर्शनी का भी आयोजन किया गया है। सिरसा में गीता महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है। लोग भारी संख्या में महोत्सव में पहुंच रहे हैं आैर कार्यक्रम का आनंद उठा रहे हैं।
हिसार में गीता जयंती महोत्सव में कार्यक्रम पेश करते कलाकार।
रोहतक में भी गीता जयंती महोत्सव पर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। लोग श्रीमद्भागवत पर अायोजित प्रदर्शनी का अवलोकन कर रहे हैं। लोक कलाकार अपनी कला से लाेगों को मंत्रमुग्ध कर देते हैं। बुधवार को अन्य कार्यक्रमों क अलावा लोग कलाकारों द्वारा प्रस्तुत बीन की धुन पर नृत्य लाेगों को बेहद भाया।
विभिन्न स्कूल – कालेजों के विद्यार्थी भी कार्यक्रमों में अपनी कला का प्रदर्शन कर रहे हैं।
पानीपत में गीता जयंती पर निकाली गई शोभायात्रा में भाग लेते स्कूली बच्चे।
हिसार में भी गीता जयंती महोत्सव का आयोजन हाे रहा है। लोक कलाकार और विद्यार्थी सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत कर लोगों का मन माेह रहे हैं। इस मौके पर श्रीमद्भागवत गीता के बारे में जानकारी देने के लिए प्रदर्शनी का भी आयोजन किया गया है।
कुरुक्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय गीता जयंती महोत्सव में विद्यार्थियों ने कल होने वाले वैश्विक गीता पाठ का अभ्यास किया। बृहस्पतिवार काे एक साथ 18 हजार स्कूली बच्चे गीता का पाठ करेंगे। इसके अलावा बुधवार को महोत्सव के मुख्य मंच पर कुरुक्षेत्र गाथा नामक नाटक में गीता के बारे में प्रभावशाली जानकार दी।
कुरुक्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय गीता जयंती महोत्सव में वैश्विक गीता पाठ के लिए अभ्यास करते स्कूली बच्चे।
इसका मंचन सफींदों के रासकला मंच के 70 कलाकारों ने किया। नाटक बताया कि युद्ध, किसी भी समस्या का समाधान नहीं है। युद्ध केवल सर्वनाश ही करता है। युद्ध से मानव का कल्याण संभव नहीं है। युद्ध को हर कीमत पर टालना ही सृष्टि व मानव जीवन के लिए उत्तम है। युद्ध, की बजाय शांति को बढ़ावा दिया जाना जरूरी है। युद्ध नहीं वसुधैव कुटुम्बकम् का संदेश प्रसारित किया जाना चाहिए। रविमोहन के निर्देशन में तैयार नाटक का मंचन सर्वप्रथम अभिमन्युपुर में किया गया। इसके बाद मुख्य मंच पर इसे प्रदर्शित किया गया।
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