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विफलताओं के बाद वैज्ञानिकों का खोया आत्मविश्वास लौटा : डॉ. रामवीर गोस्वामी

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गुड़गांव, 13 जनवरी (अजय) : ध्रुवीय रॉकेट की सफल उड़ान से इसरो का गौरववर्धन हुआ है। साथ ही पिछली विफल उड़ान से इसरो के वैज्ञानिकों का खोया हुआ आत्मविश्वास भी लौट आया है। इस शानदार सफल उड़ान से उनमें नई उमंग जाग्रत हुई है। यह उड़ान इस मायने में भी विशिष्ट थी कि इसरो के वर्तमान अध्यक्ष एएस किरण कुमार के कार्यकाल की अंतिम उड़ान थी।

2018 की शुरूआत में ही देश के अन्तरिक्ष वैज्ञानिकों ने देशवासियों को गर्व करने का एक अवसर प्रदान कर दिया है. आंध्रप्रदेश के श्रीहरिकोटा में भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने अपना 100वां सैटेलाईट लांच किया है. पीएसएलवी सी-फोर्टी  अपने साथ सबसे भारी कार्टोसैट 2 सीरीज के उपग्रह के अलावा 30 दूसरी सैटलाइट भी अंतरिक्ष में ले गया है इस बार इसरो ने एक साथ 31 सैटेलाईट लांच किये जिनमें 28 विदेशी ग्राहकों के है. इसरो के वैज्ञानिक एएस किरण ने बताया कि पिछले पीएसएलवी लॉन्च के दौरान हमें समस्याएं हुईं थी और आज जो हुआ है उससे यह साबित होता है कि समस्या को ठीक से देखा गया और उसमें सुधार किया गया. देश को इस नए साल का उपहार देने के लिए शुभकामनाएं

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