गुरुग्राम विश्वविधालय के नाम पर सरकार कर रही मजाक : राजेश यादव
बादशाहपुर, 24 फरवरी (अजय) : हरियाणा की भाजपा सरकार गुरुग्राम के लोगों के साथ में सरकारी विश्वविधालय के नाम मजाक कर रही है। एक आरटीआई के जवाब मे हरियाणा के उच्चतर शिक्षा निदेशालय ने बताया कि 30 मई 2015 कों मुख्यमंत्री ने गुरुग्राम में सरकारी युनिवर्सिटी बनाने की घोषणा की थी तथा 17 जून 2017 को गुरुग्राम विश्वविधालय की स्थापना कर दी व इस काम के लिए सरकार ने अबतक केवल दो करोड़ रुपये की ही स्वीकृत प्रदान की है। मात्र दो करोड़ रुपयों के बजट से युनिवर्सिटी कैसे बन व चल पाएगी। इससे साबित होता है कि सरकार की मंशा केवल झूठी घोषणाएं करके अपना प्रचार करने की है व क्षेत्र में सरकारी युनिवर्सिटी खोलने में सरकार की कोई दिलचस्पी नहीं है। इस मामले की जानकारी देते हुए आरटीआई लगाने वाले कांग्रेस कार्यकर्ता राजेश यादव बादशाहपुर ने बताया कि उन्होने नवंबर 2017 में गुरुग्राम में मुख्यमंत्री द्वारा की गई घोषणाओं की जानकारी मांगी थी, जिसके जवाब में उच्चतर शिक्षा विभाग ने उपरोक्त जानकारी दी है। राजेश यादव ने कहा कि 25 लाख की मौजूदा व 45 लाख की प्रस्तावित आबादी के शहर गुरुग्राम में कोई भी सरकारी विश्वविधालय नहीं है। 2012 में सरकार ने गुरुग्राम के सैक्टर-68 में लगभग 600 एकड़ जमीन पर सरकारी विश्वविधालय प्रस्तावित किया था, लेकिन हरियाणा सरकार ने 2015 में मात्र 55 एकड़ जमीन पर यह विश्वविधालय बनाने की घोषणा कर दी यही नही 2017 में विश्वविधालय की स्थापना कर गुरुग्राम के मंडलायुक्त को इसका उपकुलपति नियुक्त कर दिया। राजेश यादव ने बताया कि विश्वविधालय बनाने में करोडों रुपयों का बजट चाहिए, लेकिन सरकार ने आजतक मात्र 2 करोड़ रुपये स्वीकृत किए है इससे पता चलता है कि सरकार की मंशा यहां विश्वविधालय बनाने व इसको सुचारु रुप से चलाने में बिल्कुल भी नहीं है।
घोषणाएं तो हुई लेकिन कार्य नही
राजेश यादव ने कहा कि गुरुग्राम के नाम पर सरकार रोजाना घोषणाएं तो कर देती है, लेकिन आज 4 महीने बाद भी उन्हें घोषणाओं से संबंधित पूरी सूचनाएं उपलब्ध नहीं कराई जा रही है। उन्होनें कहा कि क्षेत्र के चुने हुए जनप्रतिनिधी केवल सत्ता का सुख भोगने में मस्त है व क्षेत्र की आवश्यकताओं व् जनता के हित से उनका कोई भी सरोकार नहीं है। गुरुग्राम की योजनाओं को पूरा करने के लिए वो बजट भी मंजूर नहीं करा पा रहे है। राजेश ने कहा कि गुरुग्राम के विकास के बड़े बड़े दावे करने वाले भाजपा नेता बताएं कि विश्वविधालय की स्थापना के बाद भी इसके लिए सरकार पैसा क्यों नहीं जारी कर रही है। उन्होनें मांग की है कि सरकार क्षेत्र के लोगों के साथ भेदभाव बंद करें व विश्वविधालय के लिए जितने भी पैसे की आवश्यकता है वो तुरंत जारी करें।
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