नई दिल्ली । लार्सन एंड टूब्रो (एलएंडटी) ने दिवालियापन की प्रक्रिया से गुजर रही भूषण स्टील पर अपनी बकाया रकम वसूली के लिए नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (एनसीएलटी) की शरण गई है। कंपनी ने एनसीएलटी से आग्रह किया है कि उसे उच्च प्राथमिकता के आधार पर बकाया रकम वापस दिलाई जाए। भूषण स्टील एंड पावर पर एलएंडटी का 900 करोड़ रुपये बकाया है। एनसीएलटी ने मामले की सुनवाई के लिए 23 मार्च की तारीख तय की है और इस बीच मामला समाधान समिति को भेजते हुए उनकी राय मांगी है।
करीब 11 बजे बीएसई पर भूषण स्टील लिमिटेड 5.83 फीसद की कमजोरी के साथ 44.45 के स्तर पर कारोबार कर रहा है। इसका दिन का उच्चतम स्तर 47.45 और निम्नतम 43.65 क स्तर रहा है। वहीं, इसका 52 हफ्तों का उच्चतम 102.80 का स्तर और निम्नतम 39.35 का स्तर रहा है।
दिवालिया प्रक्रिया से गुजर रही भूषण स्टील को खरीदने के लिए सबसे बड़ी बोली टाटा स्टील ने लगाई है। इस संबंध में भूषण स्टील के रिजॉल्यूशन प्रोफेशनल की तरफ टाटा स्टील को एक संदेश मिला है जिसमें कहा गया है कि वह कंपनी की हिस्सेदारी के अधिग्रहण के लिए सबसे बड़ी बोलीदाता के रुप में सामने आई है।
टाटा स्टील के अलावा जेएसडब्ल्यू लिविंग प्राइवेट लिमिटेड, दो कंपनियों, जेएसडब्ल्यू और पीरामल एंटरप्राइजेज का संयुक्त उपक्रम है, और भूषण स्टील के कंसोर्टियम यह मानता है कि कर्मचारियों ने इस दिवालिया हुई कंपनी की परिसंप्त्तियों के अधिग्रहण के लिए बोली जमा की है। बोली को दर्ज कराने की आखिरी तारीख 3 फरवरी, 2018 थी।
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