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हर दिन होना चाहिए समाज में नारी का सम्मान : वशिष्ठ गोयल

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गुडग़ांव (अजय) : मां, बहन, बेटी और किसी भी नारी का सम्मान तो समाज में हर दिन होना चाहिए। इसके लिए कोई जरूरी नहीं कि महिला दिवस पर ही नारी को सम्मान मिले। इससे बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ जैसे नारी कल्याण से जुड़े नारे पर प्रश्र चिन्ह लगता है।
यह उद्गार नवजन चेतना मंच के संयोजक वशिष्ठ गोयल ने अपने कार्यालय में आयोजित कार्यकर्ताओं की एक बैठक में कही। उन्होंने कहा कि देश की ये आधी आबादी भी उतनी ही सम्मान चाहती है जिसके हकदार पुरूष अपने आप को समझते हैं। क्योंकि नारी की कल्पना किए बगैर सृष्टि की कल्पना भी नहीं की जा सकती है। कहा भी जाता है कि जहां नारी का वास होता है वहां देवता रमते हैं। तो फिर क्यों नहीं हम  हर दिन नारी का सम्मान करें।
वशिष्ट गोयल ने लोगों से आह्वान किया कि हम हर दिन, हर पल और हर हाल में बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ और बेटी की सुरक्षा के संकल्प को पूरा करने का संकल्प लें।
उक्त मौके पर नवजन चेतना मंच के अध्यक्ष डॉ सर्वादानंद आर्य ने वशिष्ठ गोयल के कथन की सराहना करते हुए कहा कि मंच हर हाल में नारी को उसका अधिकार व सम्मान दिलाकर रहेगा। वहीं राजकमल सिंगला ने हरियाणा में महिलाओं पर हो रहे अत्याचार पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि सरकार महिलाओं को सुरक्षा देने में नाकामयाब साबित हो रही है।
इस मौके पर विनोद नंबरदार ने कहा कि नारी के बिना हमारा जीवन अधूरा है। उन्होंने कहा कि जीवन में हमें आगे बढ़ाने में मां, बहन, पत्नी और बेटी का बहुत सहयोग, आशीर्वाद और प्यार होता है। हमें जीवन प्रयत्न इनकी रक्षा करनी चाहिए। आज जो समाज में महिलाओं के उपर अत्याचार हो रहा है उसे हर हाल में बंद किया जाना चाहिए।
बैठक में आजाद जैदी ने कहा कि नवजन चेतना मंच महिलाओं की सुरक्षा, न्याय और मान सम्मान दिलाने के लिए बराबर प्रयास करता रहेगा। उन्होंने महिलाओं पर हो रहे अत्याचार और कन्या भ्रूण हत्या बंद करने की मांग की। इस मौके पर डॉ संजय दायमा, अरूण अरोड़ा, कृष्ण यादव, गौरव मोंगिया, मुकेश सैनी आदि मौजूद थे।

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