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24 घन्टे बिजली का वायदा झूठा, जिले के लोगों को रुला रहे अघोषित बिजली कट

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गुड़गांव (अजय) : प्रदेश सरकार द्वारा गुड़गांव शहर को 24 घंटे बिजली देने का वादा झूठा साबित हो रहा है। उक्त विषय में नव जन चेतना मंच के संयोजक वशिष्ठ कुमार गोयल ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार झूठे वायदे कर लोगों को बरगलाने का कार्य कर रही है, तो वहीं जिले की जनता इन दिनों बिजली के अघोषित कट से बेहाल हो चुकी है। जिस पर सरकार भी कुछ बोलने को तैयार नहीं है।वही जिले में 24 घंटे बिजली देने का वायदा भी इन दिनों फेल साबित हुआ है।
वशिष्ठ गोयल ने बोलते हुए कहा कि शहर में बिजली कटौती के कारण लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। शहर के उन हिस्सों में जहां आम दिनों में भी दो तीन घंटे बिजली जाती है, वहां के लोगों का और बुरा हाल है। औसतन लगभग पूरे शहर में दो से तीन घंटे बिजली कटौती हो रही है। हालांकि अधिकारी किसी प्रकार की कमी से इनकार कर रहे हैं। पुराने शहर के अधिकांश हिस्सों में हर चार से पांच घंटे के बाद एक से डेढ़ घंटे का कट लग रहा है। कहीं वोल्टेज के उतार चढ़ाव से लोग परेशान हैं तो कहीं घंटो के कट से। जिनके घरों में इनवर्टर नहीं हैं, उन्हें काफी परेशानी है। पूरे शहर के लोग इस समस्या से जूझ रहे हैं। आरडी सिटी का बुरा हाल: सेक्टर 52 स्थित लगभग 206 एकड़ में फैली आरडी सिटी के लोग कहते हैं कि आजादी के 70 साल बाद भी हमारे मिलेनियम सिटी कहे जाने वाले गुरुग्राम के इस कथित पॉश कॉलोनी का बुरा हाल है। हम गांवों से भी बदतर हालात में हैं। यहां रोज 10 से 12 घंटे बिजली कटौती हो रही है। कहीं ट्रांसफार्मर फुंक रहा है तो कहीं केबल ब्लास्ट हो रहा है। लोड के मुताबिक यहां इंफ्रास्ट्रक्चर नहीं दिया गया है। हमलोग बहुत बुरी हालत में हैं।
स्थानीय लोगों ने कहा कि सरकार हमारी कब सुनेगी बिजली कटने के कारण हमारे घरेलू काम नहीं हो पा रहे हैं। हमारे इलेक्ट्रॉनिक गजट शो पीस बनकर रह गए हैं। न तो हम वाशिंग मशीन प्रयोग कर पा रहे हैं न मिक्सी न ओवन। पानी तक की परेशान हो जाती है अकसर। बिल्डर लाइसेंस कॉलोनी होने के कारण हमारी हालत बदतर है। न तो बिल्डर सुनने को तैयार है न सरकार। बिजली को लेकर हम कई बार प्रदर्शन कर चुके हैं मगर कोई सुनवाई नहीं हो रही है।

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