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हड्डी रोग व् दर्द को हलके में न ले मरीज : डॉ. अंकित भारतीय

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PBK News : हड्डी रोग विशेषज्ञ स्पर्श होस्पिटल के डॉक्टर अंकित भारतीय से हड्डी रोग और ज्वाइंट रिप्लेसमेंट पर हुई चर्चा इन दिनों हड्डी के दर्द से हर कोई परेशान है़ उम्र बढ़ने के साथ-साथ हड्डी रोगियों की संख्या भी बढ़ती जा रही है़  शरीर में कैल्शियम की कमी से भी जोड़ों का दर्द होता है़

बादशाहपुर स्थित स्पर्श अस्पताल में पहुंचे कुछ हड्डी रोग रोगी पहुंचे तो उनमे से 2 रोगी सूरज भान व बिमला देवी ने हड्डी रोग स्पेशलिस्ट डॉक्टर अंकित से से अपनी-अपनी परेशानियां शेयर कीं, जिन्हें उचित सलाह भी डॉक्टर की तरफ से मिली डॉक्टर के जवाब से वहां मौजूद लोग काफी संतुष्ट भी दिखे़

डॉक्टर अंकित ने जानकारी देते हुए बताया कि उम्र जैसे-जैसे बढ़ती है, वैसे ही हड्डी भी पुरानी होती जाती है बढ़ती उम्र का कारण है कि पूरे भारत में हड्डी रोग के मरीजों की संख्या बढ़ रही है वहीं, दूसरा कारण जागरूकता और कैल्शियम की कमी भी है कैल्शियम की कमी के कारण यंग एज में भी हड्डी कमजोर हो जाती है, जिससे फ्रैक्चर या ज्वाइंट पेन की समस्या बन जाती है

सलाह :

डॉक्टर अंकित ने लोगों को सलाह देते हुए कहा कि बैक पेन और ज्वाइंट पेन में लोग नाॅर्मल दर्द की दवा खाकर काम चला लेते हैं. उन्होंने कहा कि दवा का असर कुछ देर के लिए रहता है जैसे ही असर खत्म हो जाये, तो दर्द फिर से शुरू हाे जाता है, नतीजा बाद में एक बड़ा रोग जन्म ले लेता है. उन्होंने कहा कि हड्डी रोग के इलाज में केवल दवाओं की कोई भूमिका नहीं है. किसी भी मरीज के हड्डी टूटने, घुटने में खराबी आने और पीठ की नस दबने पर सिर्फ नश्तर चलाना ही इलाज है.  हड्डी की बीमारी में दवाओं से अधिक फिजियोथिरपी की भूमिका अहम होती है इसलिए किसी भी सुरत में हड्डी में दर्द व कोई भी रोग होने पर पहले डॉक्टर की सलाह के बाद ही कोई दवाई पर मरीज को जाना चाहिए

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