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नमक की मात्रा अधिक और कम होना भी खतरनाक : डॉ. मोहित लाठर

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गुड़गांव, 6 जुलाई (अजय) : नमक खाने से जुड़ी ऐसी चीज है जो स्वाद के साथ सेहत भी तय करती है। शरीर में नमक की मात्रा अधिक और कम होना दोनों ही खतरनाक है। विश्व स्वास्थ्य संगठन डब्लू एच ओ के अनुसार एक दिन में 5 ग्राम (एक टी स्पून) से अधिक नमक नहीं लेना चाहिए। इससे ब्लड प्रेशर नहीं बढ़ता और हार्ट डिजीज का खतरा कम होता है। नमक की मात्रा बहुत भी नहीं घटानी चाहिए इससे लो बीपी की समस्या हो सकती है। डॉ. मोहित लाठर कहते है कि नमक कौनसा लेना बेहतर है और यह शरीर के लिए कितना जरूरी है…

सवाल: कई तरह के नमक मार्केट में उपलब्ध हैं, कौन सा सेहत के लिए बेहतर है?

जवाब:मार्केट में नमक की तीन मुख्य वैरायटी उपलब्ध है सामान्य नमक, समुद्री नमक और रॉक सॉल्ट।

सामान्य नमक: ये रिफाइन नमक है जिसे काफी हाई टेम्परेचर पर तैयार किया जाता है। इसलिए ज्यादातर नेचुरल मिनिरल्स खत्म हो जाते है। रिफाइन करने के बाद इसमें सोडियम, पोटेशियम और आयोडीन जैसे मिनिरल्स शामिल किए जाते हैं। रंग को बेहतर बनाने के लिए सोडियम, सोडियम बाईकार्बोनेट और डेक्स्ट्रोज मिलाया जाता है।

समुद्री नमक: इसे समुद्र के पानी को वाष्पित करके बनाया जाता है इसलिए ये नेचुरल मिनिरल्स जैसे पोटेशियम, आयरन और जिंक मौजूद रहते हैं। सामान्य नमक की तुलना में इसे डाइट में शामिल करना ज्यादातर बेहतर है। इसका टेस्ट भी सामान्य नमक से थोड़ा अलग होता है।

रॉक साल्ट : यह ज्यादातर पाकिस्तान में पाया जाता है। आयरन आॅक्साइड के कारण इसका रंग गुलाबी होता है। इसमें कैल्शियम, पोटेशियम और मैग्नीशियम पाया जाता है। दूसरे नमक के मुकाबले इसमें सोडियम की मात्रा थोड़ी कम होती है। रिफाइन साल्ट की तुलना में ये ज्यादा बेहतर है। इसे लाहौरी नमक भी कहते हैं।

सवाल : नमक शरीर के लिए कितना जरूरी है?

जवाब: नमक में 40 फीसदी सोडियम और 60 फीसदी क्लोराइड होता है। ये दोनों तत्व शरीर के लिए जरूरी हैं। मसल्स-नर्व और ब्लड प्रेशर को मेंटेन करने के लिए सोडियम होना जरूरी है। सोडियम के बाद क्लोराइड ऐसा तत्व है जो रक्त में अधिक पाया जाता है। क्लोराइड का लेवल कम होने पर शरीर में कार्बन डाइट आॅक्साइड का स्तर बढ़ जाता है जिससे ब्लड एसिडिक हो सकता है।

सवाल: नमक ज्यादा लेने पर क्या होता है?

जवाब: शरीर में नमक की मात्रा अधिक होने पर कई बदलाव आते हैं। शरीर में पानी की कमी होना, कुछ अंगों में पानी इकट्ठा होने से शरीर में सूजन होना जिसे वाटर रिटेंशन भी कहते हैं, हो सकती है। इसके अलावा किडनी स्टोन, हाई ब्लड प्रेशर, हार्ट डिजीज, पेट में अल्सर होने के साथ धमनियां क्षतिग्रस्त हो सकती हैं। इसके अलावा आंख, त्वचा में एलर्जी का खतरा भी रहता है।

सवाल: नमक कैसे कंट्रोल करें?

जवाब:खाने में नमक को कम से कम ही लें। सबसे जरूरी बात है कि अक्सर लोग खाने में ऊपर से नमक डालते हैं जो सबसे ज्यादा खतरनाक है। इसके अलावा फास्ट फूड और जंक फूड लेने से बचें इनमें नमक की मात्रा काफी अधिक होती है। घर का बना खाना खाएं और डाइट में धनिया, काली मिर्च, जायफल, अदरक को शामिल करें ये मसाले अधिक नमक लेने की लत को छुड़ाने में मदद करते हैं।

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