गुड़गांव, 9 जुलाई (अजय) : भाजपा नेता कमल यादव कहते है कि फॉमरूले में कृषि उत्पादन के नकद व अन्य खर्चो के साथ किसान परिवार के श्रम का मूल्य जोड़ा जाता है। इस तरह मजदूरी, बैलों अथवा मशीनों पर आने वाला खर्च, पट्टे पर ली गई जमीन का किराया, बीज, खाद, सिंचाई खर्च, किसान परिवार के लोगों के श्रम को भी इसमें जोड़ा गया है। केंद्र सरकार ने खरीफ फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) लागत के मुकाबले डेढ़ गुना करके किसानों के लिए बड़ी सौगात दी है। खरीफ सीजन की प्रमुख फसल धान के एमएसपी में पिछले साल के मुकाबले 200 रुपये प्रति क्ंिवटल की रिकॉर्ड वृद्धि की गई है। जबकि प्रमुख दलहन मूंग का मूल्य 1400 रुपये प्रति क्विंटल बढ़ाया गया है। खरीफ की सभी 14 फसलों की लागत में कम से कम 50 फीसद लाभ जोड़कर एमएसपी घोषित किया गया है। यह फैसला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति की बैठक में बुधवार को लिया गया था। सरकार के इस फैसले का भाजपा समर्थक किसान हितेषी बताते हुए सरकार का आभार व्यक्त कर रहे है
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