गुड़गांव 22 जुलाई (अजय) : नवजन चेतना मंच के संयोजक वशिष्ठ कुमार गोयल ने मॉब लिंचिंग पर सुप्रीम कोर्ट के फेसला का समर्थक करते हुए इसे सकारात्मक निर्णय बताया उन्होंने कहा कि अखबारों केफ्रंट पेज पर लगभग रोज ही मॉब लिंचिंग की कोई न कोई दिल दहला देनेवाली खबर देखने के आदी हो चले देश को इस मसले को लेकर सुप्रीम कोर्ट के फैसले से राहत मिली है। समाज में गहरी चिंता के बावजूद इस मामले में सरकार के स्तर पर कोई विशेष सक्रियता नहीं देखी जा सकी है, लिहाजा सारी उम्मीदें जुडिशरी पर ही टिकी थीं। कोर्ट ने संसद से भीड़ की हिंसा को रोकने के लिए कानून बनाने को कहा है। उसने साफ कहा है कि भीड़तंत्र की ये घिनौनी हरकतें कानून के राज की धारणा को ही खारिज करती हैं। यह भी कि समाज में शांति कायम रखना केंद्र सरकार का दायित्व है। अदालत ने अपने निर्देशों में कहा है कि भीड़ की हिंसा के शिकार हुए लोगों या उनके परिजनों को 30 दिन के अंदर मुआवजा दिया जाना चाहिए। सुप्रीम कोर्ट ने मॉब लिंचिग पर नियंत्रण के लिए एक निश्चित व्यवस्था बनाने की बात भी कही है।
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