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कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अशोक तंवर ने बंद कराया भाजपा कार्यालय का निर्माण

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पंचायती जमीन पर नहीं बनने देंगे भाजपा कार्यालय: डा. अशोक तंवर

भाजपा कार्यालय निर्माण के खिलाफ सिलोखरा के नागरिकों का धरना लगातार 16वें दिन जारी,

भारी समर्थकों के साथ मौके पर पहुंचे कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष, कहा सिलोखरा के नागरिकों के साथ कांग्रेस भी देगी धरना,  

भाजपा कार्यालय के लिए हाईकोर्ट के आदेश का उल्लंघन कर रही सरकार: डा. मुकेश शर्मा

गुडग़ांव 25 जुलाई (अजय) : सिलोखरा तालाब (तीर्थ स्थल) की पंचायती जमीन पर भाजपा कार्यालय व ग्रुप हाउसिंग निर्माण केखिलाफ  व गांव के विकास की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे सिलोखरा सहित 360 गांवों के नागरिकों का धरना बुधवार को उस समय विशाल और उग्र रुप धारण कर लिया जब भारी समर्थकों के साथ कांग्रेस के हरियाणा प्रदेश अध्यक्ष डा. अशोक तंवर धरनास्थल पर पहुंच गए और उन्होंने धरना का पूर्ण समर्थन देते हुए सिलोखरा सहित 360 गांवों के नागरिकों के साथ निर्माण स्थल पर जाकर वहां निर्मित कराए जा रहे भाजपा कार्यालय का निर्माण बंद करा दिया। धरनारत नागरिकों ने कहा कि रात में चुपके चोरी भाजपा कार्यालय का निर्माण कराने के साथ तोड़े गए शिवमंदिर पर जेसीबी चलाई जा रही है। इससे गांव के लोगों की धार्मिक आस्था को ठेस पहुंच रही है। ग्रामीणों ने कहा कि चुपके चोरी रात को पेड़ों को काटने, भाजपा कार्यालय का निर्माण कराने और धर्म स्थल के अस्तित्व को मिटाए जाने की जानकारी जिला उपायुक्त को दे दी गई है। जिलास प्रशासन को शीघ्र ही इस अनैतिक कार्य को बंद कराना चाहिए।
धरने पर बैठे सिलोखरा सहित 360 गांवों के नागरिकों को संबोधित करते हुए डा. अशोक तंवर ने कहा कि भाजपा सरकार पूरे प्रदेश मेंं भाजपा कार्यालय का निर्माण कराने के नाम पर काले धन को सफेद कर रही है। नियमों को ताक पर रखकर भाजपा कार्यालयों के लिए जमीन आवंटित कराई गई है। सिलोखरा में तो भाजपा सरकार ने अनियमितता की सारी हदें पार कर दी। वर्षों से विकास के नाम पर छोड़ी गई पंचायती भूमि को भाजपा कार्यालय और ग्रुप हाउसिंग के लिए कैसे अलॉट करा लिया गया? क्या किसी पार्टी का कार्यालय रिहायशी इलाके में कराया जा सकता है? जब पंचायती जमीन के लिए न तो पंचायत ने पैसा लिया और ना ही नगर निगम ने तो कौन बन गया जमीन का मालिक और नियमों की धज्जिया उड़ाकर क्यों इस जमीन पर भाजपा कार्यालय का निर्माण क्यों कराया जा रहा है? डा. तंवर ने कहा कि इन प्रश्रों का जवाब खट्टर सरकार को देना पड़ेगा। कांग्रेस सिलोखरा के नागरिकों के साथ खड़ी है और वहां भाजपा कार्यालय का निर्माण किसी कीमत पर नहीं करने दिया जाएगा। अगर सरकार ने भाजपा कार्यालय और ग्रुप हाउसिंग को सरकार तत्काल शिफ्ट करके गांव के नागरिकों पर थोपा गया फर्जी मुकदमा वापस नहीं लेती है तो सड़क से सदन तक आंदोलन चलाया जाएगा। उन्होंने कहा कि शीघ्र ही हम इस संबंध में कांग्रेस के राष्टीय अध्यक्ष राहुल गांधी से बात करेंगे और भाजपा सरकार की इस अनियमितता को संसद और हरियाणा विधानसभा में उठाया जाएगा। अशोक तंवर ने सिलोखरा के नागरिकों को भरोसा दिया कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होगी तब तक धरना जारी रहेगा और इस धरने मेेंं कांग्रेस के कार्यकर्ता भी भाग लेंगे। मौके पर पहुंचे पूर्व मंत्री राव धर्मपाल ने कहा कि विकास का दरकिनार कर भाजपा कार्यालय का निर्माण कराकर भाजपा सरकार सिलोखरा के नागरिकों के साथ अन्याय कर रही है। जब गांव के नागरिक विकास कार्यों को कराने को लेकर भाजपा कार्यालय और ग्रुप हाउसिंग का विरोध कर रहे हैं तो सरकार क्यों जनविरोधी कार्य कर रही है? भाजपा सरकार ने अपनी पार्टी का कार्यालय बनवाने के लिए जहां लोगों के विश्वास को तोड़ा है गांव के पौराणिक धार्मिक स्थलों को तोडऩे के साथ 400 वर्ष पुराने पेड़ों को काटा जा रहा है। वहीं सरकार ने गांव के बुजुर्गों के खिलाफ फर्जी मुकदमा लादकर तानाशाही का परिचय दिया है। यह अन्याय किसी हालत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। भाजपा सरकार ऐसा करके अपनी विदाई का इंतजाम कर रही है। उन्होंने कहा कि सरकार शीघ्र ही धरने को कांग्रेस के प्रदेश महासचिव प्रदीप जैलदार व 360 झाड़सा के प्रधान चौ. महेन्द्र सिंह ठाकरान ने भी संबोधित किया और भाजपा सरकार की इस कारगुजारी की भत्र्सना की। धरने का नेतृत्व कर रहे सिलोखरा निवासी वरिष्ठ अधिवक्ता डॉ मुकेश शर्मा ने कहा कि गांव की जिस पंचायती जमीन पर सरकार भाजपा कार्यालय और गु्रप हाउसिंग का निर्माण कराने का प्रयास कर रही है, वह जमीन 1956 में ही हाईकोर्ट के आदेश पर गांव के विकास के लिए सुरक्षित कर दी गई। इसके बाद गांव के नगर निगम में शामिल होने के बाद नगर निगम ने विकास के लिए जमीन को अपने अधीन लेने का प्रस्ताव किया। इसके बावजूद अनैतिक तरीके से इस जमीन का अलॉटमेेंट कराया गया और इस पर भाजपा कार्यालय का निर्माण कराकर हाईकोर्ट के आदेश का उल्लंघन किया जा रहा है। डा. मुकेश शर्मा ने कहा कि आश्चर्य है कि मुख्यमंत्री इन तमाम बातों से वाकिफ हैं, उनसे मुलाकात कर इन तमाम बातों से अवगत करा दिया गया है, इसके बावजूद सरकार क्यों अपना फैसला सुनाने में विलंब कर रही है। मुख्यमंत्री ने तीसरी बार सिलोखरा के नागरिकों को भरोसा दिया है और गांव के लोग अपने धैर्य का परिचय देते हुए उनके फैसले का इंतजार कर रहे हैं फिर भी सरकार अगर निर्णय लेने में देरी करती है तो यही माना जा सकता है कि सरकार जनता के हित में कार्य नहीं कर रही है। सरकार को शीघ्र ही इस मामले में निर्णय लेना चाहिए। धरने में पूर्व पार्षद गजेसिंह कबलाना, सरपंच ओम प्रकाश शर्मा, विजय भारद्वाज, राजेश यादव बादशाहपुर, डा. हिम्मत लाल, माहवीर बोहरा, तिलकराज तंवर, रामपत यादव पूर्व पंच, रामेहर यादव, चंदर सैनी, शेर सिंह पंडित, भरत सिंह, मामचंद, धर्मवीर शर्मा, ईश्वर शर्मा, सतीश शर्मा, रविंद्र कौशिक, राजीव शर्मा, सतवीर शर्मा, लक्ष्मी नारायण सैनी, कन्हैया सैनी, रामधन सैनी, सुनिल शर्मा, आनंद शर्मा, सुभाष शर्मा, दीपक शर्मा, मनोज शर्मा, राजपाल पूर्व पंच, श्रीभगवान यादव, राजू, राधेश्याम शर्मा, देवी राम शर्मा, आनंद शर्मा, परमानंद, अशोक शर्मा, अतर शर्मा पूर्व पंच, महेंद्र शर्मा, ओमबीर, सोनू शर्मा, सुभाष शर्मा, गोविंद लाल, अरुण यादव, मनीष शर्मा, मुकेश शर्मा, विजेंद्र सैनी, शिव कुमार सैनी पूर्व पंच, मोनू, अजय यादव, अमर सिंह सैनी, विजेंद्र शर्मा, रणवीर सिंह, मुंशी सैनी, देशराज सैनी, शेरु यादव, विनोद यादव, ओम प्रकाश सैनी, सुंदर यादव, सुंदर सेन, संजय कुमार, राजेश कुमार, भूपसिंह, लखीराम यादव, रामजीवन, राजेश शर्मा, अतर सिंह, राजपाल राजीव शर्मा, नीरज शर्मा एडवोकेट, पवन कुमार, हेतराम यादव, जय भगवान शर्मा, बालकराम, सुभाष, राकेश, हरीश, अमन, देवीराम यादव, मुर्तजा, ममता देवी, शांति देवी, सावित्री देवी, जगवती देवी, राजवती देवी, ओमवती देवी, मूर्ति सैनी, केला, भरपाई देवी, सोना, शारदा, अंगूरी, राजबाला, द्रौपदी, प्रमिला, शांति यादव, कैलाश यादव, सुशीला यादव त्रिवेणी यादव, पुष्पा शर्मा, सुरेंद्र शर्मा, सविता, माया, रेखा सैनी, कांता, ब्रह्मो, विमला, लक्ष्मी, शकुंतला सरला, मनीषा यादव, सुमन यादव व प्रेम यादव सहित काफी संख्या में महिलाएं और सैकड़ों नागरिक शामिल रहे।

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