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गोवा में पर्यावरण की अनदेखी से हो सकता है केरल जैसा हाल

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नई दिल्ली । पर्यावरण की अनदेखी का नमूना केरल में बांढ़ के रूप में सामने आया है। मशहूर पर्यावरणविद माधव गाडगिल ने चेतावनी दी है कि यदि गोवा ने पर्यावरण के मोर्चे पर ऐहतियात नहीं बरती तो उसका भी हश्र बाढ़ से तबाह हुए केरल जैसा हो सकता है।

गाडगिल ने कहा कि कुछ अन्य राज्यों की तरह गोवा में भी ऐसी गतिविधियों हो रही हैं जिसकी मंशा केवल असीमित मुनाफा कमाना है। वह कुछ साल पहले बहस का विषय बनी ‘पश्चिमी घाट संबंधी रिपोर्ट’ लिखने वाली समिति के अगुवा रहे हैं।
गाडगिल ने केरल की विनाशकारी बाढ़ पर कहा कि निश्चित ही सभी तरह की समस्याएं पश्चिमी घाट के पर्यावरण मोर्चे पर जमीनी स्तर पर सामने आएंगी। वैसे तो गोवा में पश्चिमी घाट केरल जैसा बहुत ऊंचा नहीं है लेकिन मैं पक्का हूं कि गोवा भी ऐसी समस्याओं का सामना करेगा।

उन्होंने कहा कि कोई भी पर्यावरण संबंधी ऐहतियात नहीं बरतने की वजह पूर्णत: मुनाफा केंद्रित है। केंद्र सरकार की ओर से गठित न्यायमूर्ति एमबी शाह आयोग ने अवैध खनन से 35000 करोड़ रुपये के अवैध मुनाफे का अनुमान लगाया है।

उन्होंने पश्चिमी घाट की चर्चा करते हुए कहा कि पत्थर खनन में भी ढेर सारा मुनाफा है जबकि निवेश नहीं के बराबर है। उन्होंने कहा कि मुनाफा के लालच पर कोई रोक नहीं लगायी गई। सरकार पर्यावरण नियमों को लागू कराने में शिथिल रही।

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