गुड़गांव, 5 अक्टूबर (ब्यूरो) : परिवारवाद का राज कभी प्रदेश की जनता व देश की जनता का भला नहीं कर सकता। आज देश व प्रदेश में परिवारवाद की राजनीति खेली जा रही है। जिस भी पार्टी में नेता सांसद मंत्री विधायक बनता है तो उनमें अपने बच्चों को लेकर जिज्ञासा उत्पन्न होती है और अपने ही बच्चों को राजनीति में आगे लाकर सत्ता का सुख भोगना चाहते हैं।
परिवारवाद की राजनीति ही आम जनता को उनके हक दिलाने में पीछे रख देती है। क्योंकि जनता के बीच रहने वाला व्यक्ति ही जनता का दर्द समझ सकता है। जब तक जनता के बीच से उठकर व्यक्ति लोगों की समस्याओं को नहीं समझेगा और सरकार तक नहीं पहुंच जाएगा। तब तक प्रदेश का विकास कभी नहीं हो सकता। परिवारवाद की राजनीति ही आज हरियाणा प्रदेश में दक्षिण हरियाणा के साथ भेदभाव करती आई है।
जिससे आज हरियाणा प्रदेश की जनता भली-भांति जानती है। दक्षिण हरियाणा की जनता भले ही हर बार अपना प्रतिनिधि खुद चुन कर देती है, लेकिन लोगों द्वारा की गई झूठे बरगला ने वायदों से वह अपने मार्ग से भटक जाती है, लेकिन इस बार जनता ने अपना मन पूरी तरह से बदलते हुए दक्षिण हरियाणा के विकास के लिए संकल्प लिया और इस बदलाव की मुहिम को नव जन चेतना मंच के माध्यम बदलने का ठानी है। जिसको नव जन चेतना मंच हर हाल में पूरा करेगा।
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