PBK News : घटती हरियाली और बढ़ते वायु प्रदूषण ने अप्रैल महीने में गर्मी का प्रचंड रूप दिखा दिया है। तापमान बस एक और डिग्री बढ़ते ही अप्रैल माह की गर्मी पिछले 72 साल का रिकॉर्ड तोड़ देगी। उक्त बातें संजीवनी अस्पताल के डॉक्टर रामवीर गोस्वामी ने बोलते हुए कहा कि मिडिया में आ रही खबरों के अनुसार बढती गर्मी आपके बच्चों को परेशानी में डाल सकती है जिसके लिए बच्चों को इस गर्मी से बचाने के लिए ज्यादा से ज्यादा पानी पिलायें और उल्टी दस्त गलने पर तुरंत डॉक्टर से सलाह लें
बुधवार को राजधानी के पालम क्षेत्र में तापमान 44.4 डिग्री सेल्सियस जा पहुंचा। गत वर्षो की स्थिति पर निगाह डालें तो अप्रैल में आमतौर पर 40 से 42 डिग्री तक ही तापमान रहता था। वर्ष 1945 में 29 अप्रैल को अधिकतम तापमान 45.6 डिग्री दर्ज किया गया था। वायुमंडलीय विज्ञान केंद्र की अध्यक्ष और आइआइटी की प्रोफेसर डॉ. मंजू मोहन का कहना है कि दिल्ली-एनसीआर में साल दर साल बढ़ती गर्मी के लिए अर्बन हीट आइलैंड एक बड़ी वजह है। मतलब बढ़ते शहरीकरण से जुड़ीं गतिविधियां। आबादी के बढ़ते दबाव में हरित क्षेत्र कम होता जा रहा है, जबकि कंक्रीट का जंगल बढ़ता जा रहा है। डीजल से चलने वाले जेनरेटर और एयरकंडीशन से निकलने वाली गर्म हवा भी वातावरण में गर्मी बढ़ा रही है। जिसके लिए हमे बड़ी एतिहात रखने की जरूरत है
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