मस्कट : हीरो एशियाई चैम्पियंस ट्रॉफी में मलेशिया के खिलाफ खेले गए गोलरहित ड्रॉ मैच पर भारतीय पुरुष टीम के मुख्य कोच हरेंद्र सिंह ने चिंता जताई।
कोच हरेंद्र का कहना है कि इस प्रकार स्ट्राइकर खिलाड़ियों का गोल करने के मौके गंवाना चिंता की बात है और वह मलेशिया के खिलाफ टीम के प्रदर्शन से खुश नहीं हैं।
इस गोलरहित ड्रॉ मैच के कारण मलेशिया और भारत दोनों के एक ही ग्रुप में रहते हुए 10-10 अंक हैं। हालांकि, भारतीय टीम गोल अंतर के आधार पर शीर्ष पर है। हरेंद्र ने कहा, जिस प्रकार से स्ट्राइकर लगातार अवसरों को गंवाते गए, मैं उससे खुश नहीं हूं।
स्ट्राइकर खिलाड़ियों को और भी कड़ी मेहनत करनी होगी। हर बार किस्मत साथ नहीं देगी।” कोच का मानना है कि मॉर्डन हॉकी को खिलाड़ियों द्वारा तेजी से फैसले लेने की गुणवत्ता चाहिए।
ऐसे में स्ट्राइकरों को फैसले लेने में तेजी दिखानी होगी, क्योंकि प्रतिद्वंद्वी टीमें हमेशा उन्हें रोकने के लिए तैयार रहेंगी।
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