गुड़गांव, 1 नवम्बर (अजय) : यह समय डेंगू बुखार की महामारी का समय है, और इसिलए यह बेहद जरुरी है कि इस घातक बिमारी से बचने के लिए इसके बारे में उचित जानकारी हो। उक्त विषय में स्वास्तिक अस्पताल की डॉ. ऋतू खिरोलिया ने बोलते हुए कही उन्होंने कहा कि डेंगू के बारे में सही जानकारी और सावधानी, डेंगू मच्छर द्वारा शिकार व्यक्तियों, इस से भयंकर रूप से बीमार लोगों और मौतों में कमी का सबसे जरुरी उपाय है। क्योंकि डेंगू मच्छरों द्वारा फैलाया जाने वाला रोग है, इसीलिए इस से बचाव का सबसे पहला उपाय इन संक्रामक मच्छरों से बचाव ही है। यदि इनकी आबादी पर काबू पा लिया जाए, इन्हें पनपने ही न दिया जाए, तो यही डेंगू का सबसे अच्छा उपचार और बचाव है।
न पनपने दें मच्छर
अपने कूलरों और अन्य स्थानों जहाँ पानी इकट्ठा हो उसे हमेशा ढक कर रखें।
मच्छर के काटने से बचने के लिए कीटनाशक उत्पादों (डीईईटी से युक्त) का प्रयोग करें।
तुलसी का पौधा भी मच्छरों का विरोधी है, तुलसी की महक से आस-पास के स्थान पर मच्छर नहीं रुकते।
नीम के पत्तों के धुंए से भी मच्छर भाग जातें हैं।
मच्छरों से बचाव :
मच्छरों से बचाव के लिए हमेशा मच्छर दानी का प्रयोग करें।
मच्छरों को दूर रखने वाली क्रीम का प्रयोग।
मच्छर भगाने वाली धूपबत्ती का प्रयोग करें।
पूरे कपड़ें पहने
अगर खुले में सोना मजबूरी है तो मच्छरदानी का प्रयोग करें।
Comments are closed.