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गणतंत्र दिवस विशेष : भारतीय सँस्कृति व सभ्यता ही विश्व की पुरातन में से एक है : विमल यादव

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गुड़गांव (अजय) : आज 26 जनवरी गणतंत्र दिवस भारत में धूमधाम से मनाया जा रहा है लेकिन वही भारत के इतिहास पर नजर डाली जाए तो भारतीय संस्कृति व् सभ्यता ही विश्व की पुरातन में से एक मानी जाती है उक्त बातें पूर्व मेयर नगर निगम विमल यादव ने बोलते हुए कही।

उन्होंने कहा कि भारत 15 अगस्त 1947 को स्वतंत्र हुआ व 26 जनवरी 1950 को भारत के संविधान को आत्मसात किया गया, जिसके अंतर्गत भारत देश एक लोकतांत्रिक, संप्रभु तथा गणतंत्र देश घोषित किया गया।

26 जनवरी 1950 को देश के प्रथम राष्ट्रपति डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद ने 21 तोपों की सलामी के साथ झंडावंदन कर भारत को पूर्ण गणतंत्र घोषित किया।  यह ऐतिहासिक क्षणों में गिना जाने वाला समय था। इसके बाद से हर वर्ष इस दिन को गणतंत्र दिवस के रूप में मनाया जाता है तथा इस दिन देशभर में राष्ट्रीय अवकाश रहता है।

हमारा संविधान देश के नागरिकों को लोकतांत्रिक तरीके से अपनी सरकार चुनने की शक्ति देता है संविधान लागू होने के बाद डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद ने वर्तमान संसद भवन के दरबार हॉल में राष्ट्रपति की शपथ ली थी और इसके बाद पांच मील लंबे परेड समारोह के बाद इरविन स्टेडियम में उन्होंने राष्ट्रीय ध्वज फहराया था।

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