गुड़गांव, 8 फरवरी (अजय) : हरियाणा में राजनेतिक दलों द्वारा अपनी रणनीति बनानी शुरू हो चुकी है। अगले 2-3 दिनों में कांग्रेस कमेठी द्वारा कई अहम निर्णय लिए जाने वाले है। सोशल मिडिया रिपोर्ट तथा कुछ बुद्धिजीवी लोगो का कहना है कि हरियाणा कांग्रेस नेताओं की आपसी गुट बाजी खत्म करके सभी नेताओं को बड़ी जिम्मेदारी दी जा सकती है।
प्रदेश में कांग्रेस पार्टी द्वारा बनाये गये नये प्रभारी गुलाम नबी आजाद द्वारा प्रदेश कमेठी में बड़े बदलाव के संकेत नजर आ रहे है। चुनावी माहौल शुरू हो चूका है, जिसके मध्यनजर राजनेतिक गलियारों में चल रही चर्चा के अनुसार प्रदेश कांग्रेस कमेठी की जिम्मेदारी भूपेन्द्र सिंह हुड्डा तो कुलदीप बिश्नोई को विधायक दल का नेता चुना जा सकता है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कांग्रेस द्वारा हरियाणा के लिए अलग से चुनावी घोषणा पत्र ला सकती है। जिसके लिए चुनाव घोषणा पत्र कमेठी का भी ऐलान होने वाला है। इसकी बागडोर हरियाणा प्रदेश कांग्रेस कमेठी के वर्तमान अध्यक्ष अशोक तंवर को सौपी जा सकती है। वही जानकारी के अनुसार हुड्डा गुट इस कमेठी में अपने चेह्तों को शामिल करने के लिए हर सम्भव प्रयास कर सकते है। वही चुनाव प्रचार की कमान पूर्व केन्द्रीय मंत्री कुमारी शेलजा को सौपी जा सकती है। जानकारों तथा हुड्डा समर्थकों का कहना है कि प्रदेश में कांग्रेस की वापसी के लिए हुड्डा को फ्रीहेंड चार्ज दिया जाना चाहिये, तो वही कुलदीप बिश्नोई समर्थकों का कहना है कि यदि कुलदीप बिश्नोई को प्रदेश अध्यक्ष की कमान सौपी जाती है तो प्रदेश में कांग्रेस एक तरफा चुनाव में जीत हासिल कर सकती है, लेकिन वही डॉ.अशोक तंवर के नेर्त्तिव में कांग्रेस पार्टी में शामिल हो चुके नेताओं का कहना है कि डॉ. अशोक तंवर ही कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष बने रहने चाहिए।
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