गुरूग्राम (अजय) : शहर में हरियाली को बढ़ावा देने तथा पर्यावरण संरक्षण की दिशा में नगर निगम जोर-शोर से तैयारियां कर रहा है। इसके लिए चारों जोनों में चार नर्सरियां विकसित करते हुए 2 लाख पौधे तैयार किए जा रहे हैं। नवम्बर 2018 में चार नर्सरी बनाने का निर्णय लिया गया था तथा दिसम्बर से इस पर कार्य करना शुरू कर दिया गया था। आने वाले वर्षों में नगर निगम का लक्ष्य स्वयं के स्तर पर पौधारोपण के लिए पौधे तैयार करने का है।
इस बारे में जानकारी देते हुए नगर निगम गुरूग्राम के आयुक्त यशपाल यादव ने बताया कि नगर निगम गुरूग्राम द्वारा जोन-1 क्षेत्र के कादीपुर, जोन-2 क्षेत्र के सैक्टर-15 पार्ट-2, जोन-3 क्षेत्र के अरावली बायोडायवर्सिटी पार्क तथा जोन-4 क्षेत्र के सैक्टर-46 में नर्सरियां विकसित की जा रही हैं। इन नर्सरियों में बबूल, गुलमोहर, सायमल, कचनार, सिरिस, कदम्ब, पीपल, इमली, लेगेस्ट्रोमिया इंडिका, फाईकस विवियन, फाईकस बेंजामिना, पपीता, अनार, अमरूद, चांदनी, कनेर, रात की रानी तथा बोगनविलिया सहित अन्य नस्लें तैयार की जा रही हैं। उन्होंने बताया कि मार्च में विभिन्न पौधों के लिए देहरादून स्थित फोरेस्ट रिसर्च इंस्टीट्यूट तथा अन्य नर्सरियों से बीज खरीदे गए थे। इनकी रोपाई की गई तथा इनमें से लगभग 35 हजार पौधे तैयार हो रहे हैं। कुछ शीर्ष पौधे स्थानीय स्तर पर एकत्रित करके नर्सरी में लगाए गए हैं। उन्होंने बताया कि इन नर्ससियों में बोए गए 35000 पौधे अच्छी तरह से पनप रहे हैं तथा आने वाले बरसात के मौसम में और अधिक बीज बोए जाएंगे। उन्होंने बताया कि उपरोक्त पौधों में से कुछ अगस्त माह में रोपण के लिए उपलब्ध होंगे तथा अन्य वर्ष 2020 में उपलब्ध हो जाएंगे।
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