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2 वर्षो में पोलरिस ने किये 500 सफल ज्वाइंट रिप्लेसमेंट ऑपरेशन

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बादशाहपुर, 15 मई (अजय) : गुरुग्राम के सोहना रोड टीकरी में स्थित पोलरिस अस्पताल ने पिछले 2 वर्षो में करीब 500 सफल ज्वाइंट रिप्लेसमेंट ऑपरेशन करके सफलता का ख़िताब अपने नाम किया है उक्त दावा हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ. टी.श्रृंगारी ने जानकारी देते हुए बताया कि आर्थराइिटस की दिक्कत लोगों में काफी बढ़ गई है। पहले आमतौर पर 50-55 साल या ज्यादा उम्र के लोगों में जो लक्षण देखने को मिलते थे, अब कई लोगों में 40 -45 साल की उम्र में ही दिखने लगते हैं। आर्थराइटिस कई तरह का होता है, लेकिन आमतौर पर उम्र बढ़ने पर होने वाला आर्थराइटिस है ऑस्टियो आर्थराइटिस। इस मर्ज की शुरुआत में घुटनों में हल्का दर्द और चलने धीरे समस्या बढ़ती जाती है बैठने में थोड़ी परेशानी होती है। लेकिन धीरे- फिरने या उठने- हर साल 40-45 वर्ष कि उम्र के बाद लाखों लोग भारत में घुटने व कूल्हे के दर्द से परेशान रहते हैं। हज़ारों लोग जागरूकता के अभाव एवं अन्य कारणवश अपनी सर्जरी करवाने में असमर्थ रहते हैं एवं डरते हैं।
ज्वाइंट रिप्लेसमेंट क्या है ? :
जब शरीर के अंगों के जोड़ बढ़ती उम्र के साथ-साथ पुराने पड़ने के साथ घिसने लगते हैं या कार्टिलेज यानी हड्डियों के सिरों को ढकने वाले सुरक्षा उत्तकों में विकार आ जाता है, जिससे इनमें सूजन आ जाती है और हड्डियों के जोड़ परस्पर रगड़ खाने लगते हैं तो इस अवस्था को अर्थराइटिस कहते है। आमतौर पर ऐसा घुटनों, नितंबों, उंगलियों तथा कमर की हड्डियों में होता है। हालांकि कलाइयों, कोहनियों, कंधों तथा टखनों के जोड़ भी इससे प्रभावित हो सकते हैं। इन सब जोड़ो को बदलने की प्रक्रिया को ही टोटल ज्वाइंट रिप्लेसमेंट सर्जरी कहा जाता है।
ऑर्थराइटिस से होने वाली परेशानियां :
– सूजन या लगातार दर्द होना।
– चलना-फिरना या सीढ़ियां चढ़ना-उतरना मुश्किल।
– नीचे बैठने या बैठकर उठने में दिक्कत।
– पालथी मार कर बैठना मुमकिन नहीं।
– इंडियन टॉयलेट यूज नहीं कर पाना।
– टांगों की आकार और चाल बिगड़ जाना।
ऑपरेशन पर स्पेशलिस्ट सुझाव :
डॉ. टी.श्रृंगारी कहते कि अब उनके अस्पताल ने पिछले 2 वर्षो में करीब 500 से ज्यादा सफल ज्वाइंट रिप्लेसमेंट ऑपरेशन किये है। पिछले दशकों में ज्वाइंट रिप्लेसमेंट ऑपरेशन की तकनीक बहुत विकसित हुई है। इन नए तकनीकों की वजह से आज ज्वाइंट रिप्लेसमेंट ऑपरेशन बहुत सरल व भरोसेमंद हो गए हैं, उन्होंने ये भी कहा कि इससे मरीजों को बहुत लाभ मिलेगाI

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