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गुड़गांव व बादशाहपुर के ग्रामीण व् शहरी क्षेत्र में पेयजल आपूर्ति के लिए हाहाकार

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बादशाहपुर, 17 जून (अजय) : करोड़ो रूपये से लोगों को पेयजल आपूर्ति दिलाने का दावा करने वाले प्रशासन के दावों की पोल इन दिनों ग्रामीण व् शहरी क्षेत्र में खुल कर सामने आ रही है ग्रामीण क्षेत्र के आस-पास विकसित होती कॉलोनियों में पेयजल आपूर्ति के लिए कोई सरकारी लाइन नही होती जिसके चलते महज 50-50 गज के प्लाट में बोरवेल होने से भूमि का जल स्तर भी तेजी से निचे गिरता जा रहा है जिस पर सरकार का कोई अंकुश लगता नजर नही आ रहा है शहरी क्षेत्र में जहां कॉलोनियों को नियमित किया जा चूका है उन जगहों पर भी सरकार द्वारा अब तक पेयजल आपूर्ति के कोई योजना नही बनाई गई है पेयजल आपूर्ति के लिए जल अभियांत्रिकी विभाग की सप्लाई पर लोग निर्भर रहते है जोकि तय समय पर कभी भी लोगों को नही मिल पा रही है जिसके चलते लोगों को रात रातभर जाग कर अपने लिए पानी की व्यस्था करने के लिए उल्लू की तरह जागना पड़ता है
पेयजल सप्लाई के लिए निर्धारित नही समय :
जल अभियांत्रिकी विभाग द्वारा 24 घंटों में सुबह व् शाम 2-2 घटें पानी की सप्लाई के लिए निर्धारित किये गये है जिसका दावा विभाग की तरफ से किया जा रहा है जबकि सप्लाई आने का कोई समय निश्चित नही होता जिसके चलते लोग पानी की आपूर्ति नही कर पाते है गुड़गांव शहर के अधिकाश हिस्से में भी पानी की सप्लाई नही होने लोगों में पेयजल के लिए हाहाकार मचा हुआ है जहा लोग प्राइवेट टेंकरों पर अपनी जेबे कटवा कर पानी की आपूर्ति कर रहे है जिसे देख प्रशासन चुपचाप तमाशा देख रहा है हेरानी की बात तब होती है जब पानी आने का समय होता है तो अचानक बिजली गुल हो जाती है सप्लाई के वक्त बिजली गुल होने से सप्लाई के निर्धारित वक्त में लोग पानी नही भर पाते है बिजली निगम द्वारा लगातार घंटों तक बिजली गुल रहती है यही नही बादशाहपुर के उंचाई वाले हिस्सों में लाखों रूपये की लागत से डीपीआर के तहत पानी की लाइने दबाई गई थी जहां आज तक पानी की सप्लाई समय पर नही हो सकी जिस पर एक बड़ा प्रश्नचिन्ह प्रशासन पर खड़ा होता है इंजीनियरिंग विभाग द्वारा किस तरह प्लानिंग करके लोगों के लिए लाइने दबाने का कार्य किया गया जिसका अब तक लोगों को लाभ नही मिल सका है
टेंकर माफिया सक्रिय व् बोतल बंद पानी की मनमानी वसूली :
टेंकरों से पानी मनवाने पर टेंकरों द्वारा 1 हजार से लेकर डेढ़ हजार तक वसूले जाते है जोकि महज 2 दिनों के लिए लोगों का पानी का कोटा पूरा हो पाता है जिसके चलते लोग घरेलू कार्य निपटाने और पीने का पानी प्यास बुझाने के लिए टेंकर से खरीद कर लुटने पर मजबूर हो चले है वही बोतल बंद पानी सप्लाई करने वाले भी मनमाना पेसे वसूल रहे है गुड़गांव के ग्रामीण व् शहरी क्षेत्र में बोतल बंद पानी व् टेंकर माफिया तेजी से सक्रिय नजर आ रहे है जोकि लोगों को लुटने का कार्य कर रहे है इस पुरे गोरखधंधे को देख प्रशासन हाथ पर हाथ रख कर बेठा है वही लोग प्रशासन को कोसते हुए मजबूरी में पानी खरीदकर पीने को मजबूर है
निर्माण कार्यो में पीने के पानी की बर्बादी :
गुड़गांव क्षेत्र में चल रहे निर्माण कार्यो में भी लोग जमकर पीने का पानी इस्तेमाल कर पेयजल को बर्बाद कर रहे है जिस पर प्रशासन को जल्द से जल्द लगाम लगाते हुए ऐसे लोगों पर सख्त कार्यवाही करनी चाहिए लोगों को पीने का पानी नसीब नही हो रहा और लोग बोरवेल से टेंकरों के माध्यम निर्माणाधीन मकानों तथा निर्माण साइटों पर पानी की सप्लाई कर रहे है
सप्लाई के वक्त न कटे बिजली :
स्थानीय लोगों ने मागं करते हुए कहा है कि पेयजल सप्लाई के वक्त बिजली निगम द्वारा बिजली की कटोती नही की जानी चाहिए ताकि लोग सप्लाई के वक्त अपनी पानी की पूर्ति कर सके भीषण गर्मी के चलते लोग एक एक बूंद के लिए प्यासे तथा बेबस नजर आ रहे है शहरी क्षेत्र होने की वजह से लोग पानी की स्टोरेज केवल छत में लगी टंकी में करते है जहां अचानक पानी खत्म होने पर शोच, नहाने-धोने तथा बर्तन धोने के लिए भी नही बचता जिसके बाद लोग बेबस नजर आते है
अधिकारी वर्जन :
सम्बधित विभाग के अधिकारीयों से सम्पर्क कर मामले की सच्चाई जनाना चाहा लेकिन किसी भी अधिकारी द्वारा सम्पर्क नही हो सका

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