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स्मार्ट सिटी नही सबसे प्रदूषित शहर का दर्जा गुडग़ांव के लिए दुर्भाग्य की बात

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बादशाहपुर, 23 जून (अजय) : गुडग़ांव में हरियाली क्षेत्र को उजाडक़र बिल्डरों तथा निजी क्षेत्र के लोगों को सौपने का कार्य किया जा रहा है। पोल्यूशन विभाग के अधिकारियो पर सांठ-गांठ के आरोप लगाते हुए विपक्षी दलों के नेताओं का कहना है कि विभाग के अधिकारी खुलकर उधोगों तथा बिल्डरों को सहयोग कर रहे है। जिससे आज गुडग़ांव समार्ट सिटी की बजाए विश्व का सबसे प्रदूषित शहर जरूर घोषित हुआ है। यह कार्य वर्तमान सरकार के राज में हुआ है, जोकि इससे बड़ी गुडग़ांव के लिए कोई हैरानी की बात नही हो सकती। गुडग़ांव में लगातार बिगड़ते वायु प्रदुषण तथा जल प्रदुषण से लोगों का स्वास्थ्य बिगड़ रहा है। लोगों का आरोप है कि एक मेडिकल रिपोर्ट के अनुसार हमारे शरीर में बसने वाले तमाम जीवाणु, कीटाणु और प्रोटोज़ोआ का हमारी सेहत से गहरा ताल्लुक़ है। लोगों का आरोप है कि पोल्यूशन के बढ़ते खतरनाक स्तर को कंट्रोल करने में पोल्यूशन विभाग के अधिकारियो की बड़ी लापरवाही देखने को मिल रही है। जिस पर बड़े स्तर कार्यवाही होनी चाहिए। इस विषय में प्रदुषण कंट्रोल बोर्ड के आर.ओ. कुलदीप सिंह व आर.ओ. शक्ति सिंह का कहना है कि उनके अधिकार क्षेत्र में आने वाली समस्याओं को लेकर समय-समय पर जागरूप कार्यक्रम नियमित चलाए जा रहे है। टीमें गठित कर नियम तोडऩे वाले लोगों पर कार्यवाही भी की जाती है, यदि कोई शिकायत उनके संज्ञान में आएगी तो उन पर भी सख्ती से कार्यवाही की जायेगी। गुडग़ांव निवासी प्रदीप जैलदार ने आरोप लगाते हुए कहा कि गुडग़ांव शहर को सरकार स्मार्ट सिटी तो नही बना सकी, लेकिन विश्व में सबसे प्रदूषित शहर जरुर बना दिया, जोकि पोल्यूशन विभाग की लापरवाही तथा सरकार की नाकामी को दर्शाती है। अधिकारियो की सांठ-गाँठ की वजह से आज हरियाली क्षेत्र को खत्म किया जा रहा है, जोकि दुर्भाग्य की बात है। समाज सेवी मनीष खटाना कहते है कि गुडग़ांव में जमकर एन.जी.टी. के नियमों की धज्जिया उड़ाई जा रही है। सोहना रोड तथा आस-पास के क्षेत्र में निर्माण साइटों पर धुल उड़ती नजर आती है। जलता कूड़ा तथा तेजी से नष्ट होते पेड़ गुडग़ांव में प्रदुषण का स्तर लगातार बढ़ा रहा है। अधिकारीयों की लापरवाही से आज वायु और जल प्रदुषण लगातार बढ़ रहा है। दलीप लूथरा कहते है कि गुडग़ांव सबसे सुंदर शहर की क्षेणी में आता था, लेकिन बढ़ते प्रदुषण तथा बदहाल उबड़-खाबड़ रोड तथा उड़ती धुल से आज शहर की हवा लगातार जहरीली हो रही है। जिससे लोगों को सांस सम्बधित समस्यां पैदा हो रही है। पोल्यूशन विभाग को गुडग़ांव के बढ़ते प्रदुषण के लिए उचित और ठोस कदम उठाने चाहिए, जोकि अभी तक नही उठते दिखे है। राजबीर बालियावास कहते है कि सरकार को कूड़ा उठाने से लेकर उधोगों से निकलने वाले वेस्ट पर सख्त और ठोस पॉलिसी बनानी चाहिए, ताकि वेस्ट से फेलने वाला जल प्रदुषण तथा हवा में केमिकल्स फेलने से बढ़ते प्रदुषण पर लगाम लगाई जा सके। पोल्यूशन विभाग के अधिकारीयों को जमीनी स्तर पर जागरूप कार्यक्रम चलाने चाहिए, तो वही एन.जी.टी. के नियमों का उलंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्यवाही करनी चाहिए। रविन्द्र कटारिया कहते है कि गुडग़ांव में अनफिट दौड़ रहे वाहनों के चलते सबसे ज्यादा वायु प्रदुषण का कारण बन रहे है। सम्बधित विभाग के अधिकारीयों को अपनी ड्यूटी गम्भीरता से लेते हुए उन वाहनों पर लगाम कसनी चाहिए, जोकि शहर का वातावरण प्रदूषित करने में अपनी भूमिका निभा रहे है।

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