- बादशाहपुर विधानसभा क्षेत्र
- बढ़ती लोकप्रियता से निर्दलीय प्रत्याक्षी राकेश दौलताबाद का उंचा हुआ राजनितिक कद
- कांग्रेस पार्टी में शामिल होने का राकेश दौलताबाद ने किया खंडन
बादशाहपुर विधानसभा क्षेत्र से तीसरी बार चुनाव लड़ रहे परिवर्तन संघ के अध्यक्ष राकेश दौलताबाद ने चुनावी मैदान में उतरते हुए साफ़ कर दिया है कि इस बार वह निर्दलीय प्रत्याक्षी के रूप में चुनाव लड़ेगें। खाप पंचायतों ने फेसला कर इस बार उन्हें समर्थन देने की बातें कहते हुए संदेश दे दिया है कि उन्हें किसी भी पार्टी के बड़े ब्रांड की जरूरत नही है। कांग्रेस पार्टी के सरकार में आने पर समर्थन देने तथा कांग्रेस से चुनाव लड़ने की बातें सब अफवाह है, जोकि पूरी तरह से निराधार और बेबुनियाद है। क्षेत्र के लोगों की मानें तो बादशाहपुर से निर्दलीय उम्मीदवार राकेश दौलताबाद सबसे मजबूत दावेदार के रूप में सामने आ रहे हैं। राजनीति उनको विरासत मे नही मिली, लेकिन बड़े-बड़े नेताओं को चुनाव में जीत से थोड़ा पीछे रहते हुए उन्होंने परेशान करने का कार्य किया है। दक्षिण हरियाणा के युवा एवं निर्दलीय के रूप में उन्होंने पिछले 15 वर्षो में बड़ी पहचान बनाने का कार्य किया है। छोटीसी दूकान में शुरू किये अपने कारोबार को मेहनत से बड़े व्यापार में बदल बड़ा मुकाम हासिल किया जिसके बाद आर.के.ग्रुप के नाम से देश ही नहीं अपितु विदेशों में अपने कारोबार को स्थापित कर लोगों को रोजगार एवं नौकरी के अवसर दिए। सबसे पहले राकेश दौलताबाद की पहचान क्षेत्र में परिवर्तन संघ के अध्यक्ष के रूप में हुई जिसके दौरान राकेश समाज सेवा के रूप में लोगों के बिच आये और इसी समाज सेवा के दौरान ही क्षेत्र के लोगों ने उन्हें राजनीती में आकर बड़े स्तर पर समाज सेवा के लिए सुझाव देते हुए सबसे पहले निर्दलीय प्रत्याक्षी के रूप में चुनावी मैदान में उतारते हुए बादशाहपुर विधानसभा से विधायक बनने के लिए पहला चुनाव लड़ा। उन्होंने कहा कि क्षेत्र की जनता चाहती है कि इस बार 2019 का चुनाव बादशाहपुर से भाजपा को कड़ी टक्कर देकर यह सीट वह जीते। प्रदेश की राजनीति और बादशाहपुर विधानसभा क्षेत्र की समस्याओं को लेकर अजय कुमार वरिष्ठ पत्रकार से विशेष बातचीत:
कांग्रेस पार्टी को समर्थन देने एवं शामिल होने पर क्या कहते है ?
राकेश दौलताबाद : कुछ लोगों द्वारा यदि मेरे द्वारा इस विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी को समर्थन करने एवं कांग्रेस पार्टी में शामिल होने की अफवाह फेलाई जा रही है, तो वह निराधार और बेबुनियाद है। खाप पंचायतों द्वारा उन्हें निर्दलीय प्रत्याक्षी के रूप में उतारा है, जिस पर वह अमल करते हुए चुनाव मैदान में उतरेगें और जनता के सर्मथन से रिकॉर्ड मतों से जीतेगें।
बादशाहपुर विधानसभा क्षेत्र की प्रमुख समस्याएं क्या हैं?
राकेश दौलताबाद : कहने को तो बादशाहपुर में समस्याओं की एक बड़ी लिस्ट तैयार है जिसे लोग बड़े स्तर पर ग्रस्त है। परन्तु सरकार इस तरफ ध्यान नही देकर लोगों को बदहाली में छोड़े हुए है। उन्होंने कहा कि केवल दक्षिण हरियाणा में ही नहीं अपितु संपूर्ण हरियाणा में महत्वपूर्ण स्थान रखने वाला बादशाहपुर विधानसभा क्षेत्र भाजपा राज में अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है। यहां न तो बड़ा सरकारी अस्पताल है और न ही ग्रामीण स्तर पर प्राथमिक चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं। सरकारी स्कूलों की स्थिति भी खराब है। सडकों व सफाई का बुरा हाल है।
विस्तार से क्षेत्र की समस्यां को रखते हुए बताई अहम बातें
राकेश दौलताबाद : बादशाहपुर विधानसभा क्षेत्र के लोगों को आज भी इलाज के लिए गुरुग्राम के सिविल अस्पताल जाना पड़ता है, जबकि बादशाहपुर में जिला स्तर का एक बड़ा अस्पताल बनाया जाना बेहद आवश्यक है। सरकार से लोगों ने समय-समय पर जनप्रतिनधियों से एक बड़े अस्पताल और कई गांवों में प्राथमिक स्वास्थ केंद्र बनाने की मांग की थी, लेकिन इन पर कोई ध्यान नहीं दिया गया। यदि वह इस क्षेत्र से इस बार विधायक चुनकर आते है तो सबसे पहले एक बड़े अस्पताल का निर्माण कराया जाएगा और ग्रामीणों की मांग के अनुसार प्राथमिक स्वास्थ केंद्र खोले जाएंगे।
: सरकारी स्कूलों को अपग्रेड किया गया ?
राकेश दौलताबाद : भाजपा सरकार बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ और शिक्षा के नाम पर अपनी योजनाओं का ढोल पीटने में लगी है, लेकिन धरातल पर इस दिशा में कोई काम नहीं किया जा रहा है। इसका गवाह बादशाहपुर विधानसभा क्षेत्र है, जहां हाइराइज सरकारी स्कूल बनने चाहिए थे, वहां सरकारी स्कूलों की दशा भी बहुत सोचनीय है। कई स्कूलों को अपग्रेड करने की भी आवश्यकता है, लेकिन इस पर कोई ध्यान नहीं दिया गया।
: आर्थिक मंदी एवं रोजगार पर क्या कहेगें ?
राकेश दौलताबाद : नौकरी देना तो दूर की बात है, भाजपा सरकार में तो प्राइवेट नौकरियों में भी छंटनी की गई है। कई प्राइवेट कंपनियों में मंदी के नाम पर स्थानीय लोगों को निकाला गया है और लगातार भय दिखाया जा रहा है कि कंपनियां बंद होने की कगार पर हैं, जोकि आर्थिक मंदी का असर देखा जा रहा है। ऐसे में नया रोजगार मिलना तो दूर की कौड़ी है। नौकरियों पर जाने वाले लोग भी हमेशा डिप्रेशन में रहते हैं कि कब उनकी नौकरी छूट जाए। इसी प्रकार क्षेत्र के कई गांवों के लोग सफाई कर्मचारी के रूप में नगर निगम में काम करने के लिए तैयार हैं लेकिन इन्हें नौकरी पर नहीं रखा जा रहा, जबकि नगर निगम में सफाई कर्मचारियों की बेहद कमी है। यदि उन्हें चुनाव में जीत मिलती है तो अस्थाई रूप से ही सही यहां के स्थाई निवासियों को अधिक से अधिक लोगों को नगर निगम में सफाई कर्मचारी लगाया जाएगा।
: क्षेत्र में खेल-कूद और खिलाड़ियों की स्थिति क्या है?
राकेश दौलताबाद : बादशाहपुर विधानसभा क्षेत्र में शहरी और ग्रामीण अंचलों में खेल प्रतिभाओं की कोई कमी नहीं है, लेकिन सरकारी स्तर पर यहां के उभरते खिलाडिय़ों को कोई सुविधाएं प्रदान नहीं की जा रहीं। ऐसे में अपने दम पर ही यहां के खिलाड़ी जोर मार रहे हैं और खेल स्पर्धाओं में अव्वल आकर क्षेत्र का नाम रोशन कर रहे हैं। चुनाव जितने पर विधानसभा पहुँच कर क्षेत्र के लिए सभी सुविधाओं को बढ़ावा दिया जाएगा।
: क्षेत्र की सडक़ों एवं सफाई व्यस्था पर आप क्या कहेंगे?
राकेश दौलताबाद : बादशाहपुर विधानसभा क्षेत्र तेजी से शहरीकरण की ओर बढ़ रहा है। इसके बावजूद स्थानीय प्रशासन और राज्य सरकार द्वारा यहां साफ-सफाई के लिए कोई खास इंतजाम नहीं किए जा रहे। अनेक स्थानों पर गंदगी का साम्राज्य रहता है और कहीं-कहीं तो सड़कों का हाल इतना खराब है कि लोगों को रोजाना भारी कठिनाई का सामना करना पड़ता है।
: आपको जनता से क्या अपेक्षाएं हैं ?
राकेश दौलताबाद : बादशाहपुर विधानसभा क्षेत्र की जनता भाजपा सरकार और यहां के जनप्रतिनिधि द्वारा की जा रही राजनीति से स्वयं को उपेक्षित महसूस कर रही है। इस बार जनता ने परिवर्तन का मन बनाया हुआ है, और परिवर्तन संघ के अध्यक्ष राकेश दौलताबाद निर्दलीय के रूप मुझे उम्मीदवार बनाया तो निसंदेह इस सीट से वही जीत हासिल करेगें।
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