गुरुग्राम 14 जून (अजय) : हरियाणा के गृह और राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री विजय वर्धन ने मॉनसून की तैयारियों को लेकर प्रशासनिक अधिकारियों की बैठक ली। बैठक में नगर निगम व जीएमडीए के अधिकारियों द्वारा गुरुग्राम का मॉनसून की तैयारियों को लेकर लेआउट प्लान रखा गया।
श्री विजय वर्धन ने कहा कि मानसून आने को है, ऐसे में जरूरी है कि संबंधित विभाग जलभराव की स्थिति से निपटने के लिए 20 जून तक समय रहते अपनी तैयारी पूरी कर ले ताकि बाद में जिलावासियों को असुविधा ना हो।
बैठक में पहले के इतिहास के आधार पर जलभराव संभावित क्षेत्रों जैसे हीरो हौंडा चौक , नरसिंहपुर के पास वाला क्षेत्र, वाटिका चौक, सोहना रोड, मेदांता रोड आदि सहित 15 अन्य जल भराव संभावित क्षेत्रों पर इस बार जल भराव नहीं होने देने के लिये किये गए रोकथाम उपायों तथा प्रबंधों की समीक्षा की गई। बैठक में जीएमडीए द्वारा जलभराव की स्थिति से निपटने की तैयारियों को लेकर पावर पॉइंट प्रेजेंटेशन दी गई। जीएमडीए से कार्यकारी अभियंता राजेश बंसल ने अतिरिक्त मुख्य सचिव को बताया कि जलभराव को लेकर जिला में पांच स्थानों नामत: हीरो हौंडा चौक, राजीव चौक, सिगनेचर टावर चौक, मेदांता रोड़ तथा इफको चौक पर मॉक एक्सरसाइज भी की जाएगी। उन्होंने बताया कि हालांकि मास्टर प्लान का क्षेत्रफल 338 वर्ग किलोमीटर है लेकिन स्टॉर्म वाटर रन ऑफ का क्षेत्रफल 500 वर्ग किलोमीटर से ज्यादा है। गुरुग्राम में पानी का प्राकृतिक बहाव उत्तर पूर्व से दक्षिण पश्चिम की तरफ है जिसका डिस्पोजल 3 ड्रेनों नामतः लेग-1, लेग-2 और लेग-3 ( बादशाहपुर ड्रेन) के माध्यम से आखिर में नजफगढ़ ड्रेन में होता है। इसमें न्यायालय में मामला लंबित होने के कारण बादशाहपुर ड्रेन का 36 मीटर भाग अधूरा है।
उन्होंने बताया कि लेग-1, लेग-2 तथा लेग-3 अपने प्राकृतिक बहाव में 5 रेलवे लाइन कल्वर्ट तथा 4 नेशनल हाईवे कलवर्ट से होकर गुजरती हैं। बरसात के मौसम में फालतू पानी की निकासी के लिए किए गए प्रबंधों की जानकारी देते हुए श्री बंसल ने बताया कि गुरुग्राम में चार एसटीपी हैं, जहां पर 40 पंप सेट स्थापित हैं। इनके अलावा, 6 मोबाइल पंपसेट होंगे जिसमें चार पंपसेट 10 हॉर्स पावर तथा दो पंपसेट 20 हॉर्स पावर क्षमता के होंगे। गांव नरसिंहपुर के पास जलभराव को रोकने के लिए 50 हॉर्स पावर का एक पंप सेट लगाया जाएगा जो 10 हज़ार लीटर प्रति मिनट के हिसाब से पानी की निकासी करेगा। यही नहीं, ट्रैक्टरो पर भी 15 सक्शन टैंकर होंगे और 11 सुपर सक्कर मशीन तथा इतनी ही जेट्टिंग मशीन लगाई जाएंगी। बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए 125 केवीए क्षमता के दो डीजे सेट भी लगाए जाएंगे। श्री बंसल ने बताया कि राष्ट्रीय राजमार्ग नंबर 48 के दोनों तरफ 36 किलोमीटर लंबाई की ड्रेन हैं, जिसमें से अब तक एनएचएआई द्वारा 14 किलोमीटर में गाद निकालने का कार्य पूरा किया गया है। इसी प्रकार, इस राजमार्ग पर तीन कल्वर्ट हैं, जिसमें से एनएचआई द्वारा एक की सफाई की गई है। साथ ही उन्होंने बताया कि सोहना रोड पर एनएचएआई द्वारा एलिवेटेड हाईवे का निर्माण कार्य करवाया जा रहा है और वहां पर बरसाती पानी की निकासी की जिम्मेदारी भी एनएचएआई की ही है। उमंग भारद्वाज चौक से रेलवे कलवर्ट तक के मार्ग में बसई चौक पर जीएमडीए द्वारा फ्लाईओवर का निर्माण करवाया जा रहा है और कोविड-19 के कारण वह कार्य अवरुद्ध हो गया, इसलिए उस क्षेत्र के बरसाती पानी की निकासी का अस्थाई प्रबंध किया जाएगा। उन्होंने बताया कि उस क्षेत्र में लगी मास्टर सिवर लाइन भी फालतू बरसाती पानी की निकासी में सहायक होगी।
जीएमडीए के अधिकारियों ने बताया कि जिला में क्षेत्रवार जल निकासी को लेकर ड्रेनो की गाद निकालने और सफाई आदि का कार्य भी करवाया जा रहा है, जो अंतिम चरण में है। बैठक में बताया गया कि जलभराव की स्थिति से निपटने के लिए कंट्रोल रूम बनाया गया है। इसके अलावा, जलभराव की स्थिति से निपटने के लिए जीएमडीए तथा नगर निगम गुरुग्राम द्वारा क्षेत्रवार क्विक रिस्पांस टीमों का गठन किया गया है। ये टीमें बरसात होने पर निर्धारित किए गए जल भराव संभावित जगहों पर तुरंत
जाकर स्थिति का जायजा लेंगी। इन टीमों में एसडीओ को भी लगाया गया है। बैठक में बताया गया कि जिला में मॉनसून के दौरान पंपिंग स्टेशनों की क्लोज मॉनिटरिंग की जाएगी ताकि मॉनसून में जल भराव ना हो।
बैठक में गुरुग्राम महानगर विकास प्राधिकरण तथा नगर निगम के अधिकारीगण के अलावा जिला राजस्व अधिकारी बस्तीराम, तहसीलदार जीवेंद्र मलिक उपस्थित थे।
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