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औद्योगिक ऑक्सीजन के अंधाधुंध उपयोग से जन्मी ब्लैक फंगस महामारी : डॉ. रामवीर गोस्वामी

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गुरुग्राम : गुरुग्राम में लगातार बढ़ रहे ब्लैक फंगस के मामलों ने लोगों की चिंता बढ़ा दी है, उक्त विषय में जानकारी देते हुए बादशाहपुर स्थित संजीवनी अस्पताल के डॉक्टर रामवीर गोस्वामी कहते है कि औद्योगिक सेक्टर के ऑक्सीजन उपयोग से ही ब्लैक फंगस की महामारी बढ़ी है। गौर की जाएं तो पिछली साल कोरोना संक्रमण के मामले आने के बावजूद ऑक्सीजन संकट नही गहराया जिसकी वजह से ऑक्सीजन की इतनी किल्लत नही हुई जिससे ब्लैक फंगस नही बढ़ा। इस बार ज्यादा ऑक्सीजन की मांग बढने पर इंडस्टियल आक्सीजन सिलेंडर ब्लैक फंगस की बड़ी वजह बन गये है। डॉ. रामवीर गोस्वामी ने बताया कि सिलेंडरों की सफाई के बिना ही उनमें आक्सीजन भरकर अस्पताओं में भेज दिया गया।

गौरतलब है कि कोरोना संक्रमण पिछली बार भी कहर बरपा चुका है। उस दौरान भी इलाज के दौरान मरीजों को स्टेराइड दिया गया था और शुगर के मरीज भी काफी थे। लेकिन इस बार ऐसा क्या हुआ जो ब्लैक फंगस के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। चिकित्सीय जांच में जो निष्कर्ष निकलकर आया वह काफी चौकाने वाला है। पिछली बार 2020 में कोरोना संक्रमित मरीजों को इतनी बड़ी संख्या में आक्सीजन की जरूरत नहीं पड़ी थी। लेकिन इस बार अस्पताल में भर्ती 80 प्रतिशत मरीजों को आक्सीजन की जरूरत पड़ी। आक्सीजन की कमी भी खूब हुई। जिस कारण इंडस्ट्री से भी आक्सीजन के सिलेंडर मंगाने पड़े। दावा है कि यही सिलेंडर अब ब्लैक फंगस की वजह बन गए हैं।

डा. रामवीर का कहना है कि औद्योगिक आक्सीजन सिलेंडरों ने भले ही कोविड मरीजों की जान बचाई, लेकिन इस प्रदूषण मरीजों के नाक में पहुंचाकर ब्लैक फंगस का कारण बन गया। कोरोना संक्रमण में अफरा-तफरी की वजह से आक्सीजन एवं नाइट्रोजन सिलेंडरों को पूरी तरह साफ किए बिना आक्सीजन भरकर अस्पतालों में भेजनी पड़ी। सिलेंडरों की सफाई ठीक से न होना भी ब्लैक फंगस बना सकता है। उद्यमियों के पास मेडिकल आक्सीजन के सीमित सिलेंडर थे। आक्सीजन की भारी डिमांड देखते हुए जहां लोगों ने इसे घर पर जमा करना शुरू कर दिया, वही उद्योगों में प्रयोग होने वाले आक्सीजन नाइट्रोजन, आर्गन व नाइट्रोजन गैसों के सिलेंडरों में गैस भरकर अस्पतालों में पहुंचाना पड़ा। ऑक्सीजन किल्लत के दौरान औद्योगिक ऑक्सीजन सप्लाई में भारी अनियमियता रही, जिसकी वजह से यह ब्लैक फंगस की बीमारी का जन्म हुआ।

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