राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने शुक्रवार को गुरुग्राम स्थित श्रवण एवं वाणी निशक्तजन कल्याण केंद्र का अवलोकन केंद्र परिसर में बहुउद्देश्यीय हाल व स्कूल विग का उद्घाटन किया। इस बहुउद्देशीय हाल का नाम केंद्र के संस्थापक डा. बीएन चक्रवर्ती के नाम पर रखा गया है। इस कार्यक्रम के दौरान नेचर इंटरनेशनल एक अध्यक्ष शरद गोयल भी साथ मोजूद रहे। कल्याण केंद्र के अवलोकन के दौरान उन्होंने डिजिटल साइन लैंग्वेज लैब व अर्ली इंटरवेंशन सेंटर का भी निरीक्षण किया। उन्होंने राज्य व केंद्र सरकार ने निशक्तजनों के लिए बनाई गई योजनाओं का उल्लेख करते हुए कहा कि केंद्र की योजनाओं को प्रदेश में बेहतर तरीके से क्रियान्वित कर रही है। राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने कहा कि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति में स्थानीय भाषा के अलावा सांकेतिक भाषा सिखाने व सीखने पर बल दिया गया है। उन्होंने कहा कि सांकेतिक भाषा केवल बधिरों की ही नहीं बल्कि सभी की भाषा बने। राज्यपाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मूक-बधिर निशक्तजनों के लिए नई उम्मीद जगाई है। इंडियन साइन लैंग्वेज को भाषा के रूप में मान्यता देकर बधिरों के कल्याण का मार्ग प्रशस्त किया है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा दिव्यांगजनों के हितों का ध्यान में रखते हुए कई कल्याणकारी योजनाएं शुरू की गई हैं। इसके अंतर्गत उनके कौशल विकास को प्रशिक्षण व माइक्रो लोन स्कीम में लाभ दिलाया जा रहा है। इसके अलावा नौकरियों में दिव्यांगजनों के आरक्षण को तीन से बढ़ाकर चार प्रतिशत कर दिया गया है।
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