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कार्यकर्ताओं में शहीदी दिवस समारोह के लिए अनिल यादव ने भरा जोश

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शहीदों को याद करने के लिए रखा गया शहीदी दिवस समारोह को बड़े स्तर पर कामयाब बनाने के लिए अब युवाओं की टीम मैदान में उतर चुकी है। राव इंद्रजीत सिंह के ख़ास कहे जाने वाले सतीश यादव कन्हेई के पुत्र अनिल यादव ने कार्यकर्ताओं में जोश भरते हुए जगह जगह से लोगों को साथ लेकर पटोदा पहुँचने की अपील की जा रही है। उनकी इस अपील का अभी से असर देखने को मिल रहा है। अनिल यादव द्वारा की जा रही अपील को लोगों के माध्यम सोशल मीडिया तथा अन्य संसाधनों से आगे भेजते हुए शहीदी दिवस समारोह के लिए निमन्त्रण दिया जा रहा है। कार्यकर्ताओं में भरे जा रहे जोश से आने वाली 23 सितम्बर पटोदा में होने जा रहा शहीदी दिवस अहम होगा। जिसके लिए लोगों को बेसबरी से इंतजार है। बता दें कि यह दिन 1857 में प्रथम स्वतंत्रता संग्राम के महानायक अमर शहीद राव तुलाराम की शहादत पर मनाया जाता है राव तुलाराम का जन्म रेवाड़ी के रामपुरा में 9 दिसंबर 1825 को हुआ था। उस वक्त उनके पिता राव पूर्ण सिंह का रेवाड़ी (अहीरवाल) में राज था। राव तुला राम जब 14 साल के थे तब उनके पिता का देहांत हो गया था। उसके बाद 14 साल की उम्र में ही उन्होंने राज गद्दी संभाल ली। लेकिन पिता की मौत के बाद अंग्रेज़ों ने उनकी रियासत पर धीरे-धीरे कब्जा कर दिया। इसके बाद राव तुलाराम ने अपनी सेना तैयार की। 1857 के विद्रोह की आग जब मेरठ तक पहुंची तो वो भी इस क्रांती में कूद पड़े। राव तुलाराम और उनके भाई के नेतृत्व में रेवाड़ी की सेना ने अंग्रेज़ी हुक़ूमत की नाक में दम कर दिया और रेवाड़ी व उसके आस-पास के कई इलाकों पर कब्ज़ा कर लिया। 23 सितंबर 1863 को उन्होंने काबुल में अंतिम सांस ली। राव तुला राम ने भारत को आज़ाद कराने में महत्वपूर्ण योगदान दिया था।

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