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प्रेसवार्ता में कांग्रेस नेता राजेश यादव ने तथ्यों के साथ निगम प्रशासन पर लगाये भ्रष्टाचार के गम्भीर आरोप

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: कांग्रेस के पूर्व प्रदेश प्रवक्ता राजेश यादव ने आज गुरुग्राम में प्रेसवार्ता के दौरान गुरुग्राम नगर-निगम के अधिकारी मेयर व पार्षद ठेकेदारों से मिलीभगत कर भारी गोलमाल करने तथा जमकर नगरनिगम के घोटाले से जुड़े तथ्य रखते हुए भाजपा सरकार व नगर-निगम पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाये। इस दौरान उन्होंने बताया कि बादशाहपुर गांव से खेड़की दौला वाया दरबारीपुर की 8 किलोमीटर लंबी सड़क के निर्माण में बड़े भ्रष्टाचार किये गये है। उन्होंने कहा कि 2017 में बादशाहपुर के तत्कालीन विधायक व मंत्री राव नरबीर सिहं ने इस सड़क को सिगांपुर की तर्ज पर बनाने की घोषणा की थी, जिसके लिए अलीगढ़ की कम्पनी को ठेका दिया गया जिसने ठेकेदार एव पार्षद से मिलीभगत कर करोड़ों गोलमाल कर दिए। वही समय पर काम भी पूरा नही किया गया। इसी सड़क के लिए एक ही दिन में दो अलग अलग एस्टीमेट बना दिए गये। हैरानी की बात़ यह है कि इस 8 किलोमीटर की सड़क के मेन सोहना रोड़ से लेकर लगभग एक किलोमीटर का क्षेत्र बादशाहपुर गांव की 2012 में बनी डीपीआर में शामिल था तथा नगर-निगम द्वारा उसके तहत यहां काम भी कराया जा रहा था। लेकिन उसी सड़क का दोबारा से ठेका दुसरे ठेकेदार सिमराह बिल्डर को दे दिया गया। उन्होंने बताया कि सड़क के निर्माण में गुणवत्ता से समझौता किया गया व ठेके की शर्त के अनुसार काम नहीं किया गया।

 आर.टी.आई. से पता चला कि ठेकेदार ने दो साल में इसका 62 प्रतिषत कार्य किया किया है व निगम ने ठेकेदार को 4 करोड़ रुपयों का भुगतान कर दिया है। जबकि धरातल पर 62 प्रतिशत कार्य ही नही हुआ। एक साल में बनने वाली सड़क का चार साल में भी आधा काम हुआ है। अब उन्हें शक है कि निगम ने बिना काम हुए इसका पूरा भुगतान ना कर दिया हो, इसकी जांच होनी चाहिए। उन्होंने निगम अधिकारी व भाजपा सरकार से सवाल पूछते हुए खा कि वह बताए क्या सिगापुर में सड़कें ऐसे बनती है।

राजेश ने कहा कि इससे पहले 2013 में बादशाहपुर गांव की डीपीआर के तहत 40 करोड़ के ठेके में भी निगम अधिकारियों व ठेकेदारों ने जनप्रतिनिधियों के संरक्षण में भारी गोलमाल किया था, जिसमें उनके खिलाफ बादशाहपुर थाने में धोखधड़ी व गबन का मुकदमा भी दर्ज हुआ है। लेकिन इसके बावजूद निगम अधिकारी व ठेकेदार बेखौफ होकर घपले व गबन कर रहे है। उन्होनें कहा कि प्रदेश के स्थानीय निकाय व गृह विभाग अपने आपको गब्बर कहने वाले अनिल विज के पास है। इसलिए अगर सरकार सच में ईमानदार है तो इस घोटाले के दोषियों को पकड़ा जाए व इस सड़क का निर्माण ठेके की शर्तों के अनुसार कार्य पूरा कराया जाए। इस अवसर पर उनके साथ रामअवतार यादव, दिनेश यादव, मनोज यादव, सुनील यादव, प्रीतम यादव, सुरेश यादव, दीपक यादव मौजूद थे।

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