बादशाहपुर, 15 अक्टूबर (अजय) : दशहरा के दिन बुराई पर अच्छाई और असत्य पर सत्य की जीत का पर्व मनाते हुए आज हिन्दू सेना टीम ने क्षेत्र के सेकड़ो लोगों के साथ मिलकर शस्त्र पूजन कर जय श्रीराम के नारों का उद्घोष किया। हिन्दू सेना के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सुरजीत यादव ने कहा कि मान्यता है इस दिन भगवान श्रीराम ने रावण का वध कर लंका पर विजय प्राप्त की थी। दशहरे के इस पर्व को विजय दशमी के नाम से भी जानते हैं। साथ ही मान्यता ये भी है कि मां दुर्गा ने महिषासुर नामक राक्षस का इसी दिन वध किया था. दशहरा के दिन शस्त्र पूजन करने की परंपरा सदियों पुरानी है। इस दौरान पलड़ा गाँव के पिरामिड सोसाइटी के पास आयोजित कार्यक्रम के दौरान क्षेत्र के हिन्दू सेना कार्यकर्ताओं ने सुबह एकजुट होकर पहले तो शस्त्र पूजन किया जिसके बाद भगवान श्रीराम को याद कर श्रीराम के नारों का उद्घोष किया। सुरजीत यादव ने कहा कि शस्त्र पूजन की परंपरा का आयोजन रियासतों में आज भी बहुत धूमधाम के साथ होता है। शासकीय शस्त्रागारों के साथ आमजन भी आत्मरक्षार्थ रखे जाने वाले शस्त्रों का पूजन सर्वत्र विजय की कामना के साथ करते हैं। राजा विक्रमादित्य ने दशहरे के दिन देवी हरसिद्धि की आराधना की थी। छत्रपति शिवाजी ने भी इसी दिन मां दुर्गा को प्रसन्न करके भवानी तलवार प्राप्त की थी। दशहरा पर्व के चलते हथियारों के पूजन का विशेष महत्व है। इस दिन हथियारधारी अपने-अपने हथियारों का पूजन करते हैं। इस पूजा-अर्चना के पूर्व हथियारों की साफ-सफाई सावधानी से करना ही अक्लमंदी है। इस दौरान जरा-सी लापरवाही अनहोनी को न्योता दे सकती है। इसी दिन लोग नया कार्य प्रारंभ करते हैं, शस्त्र-पूजा की जाती है। इस मौके पर कुलदीप ठाकुर, नीरज धनकोट, सन्नी राजपूत शीतला कॉलोनी, प्रवीन राघव, अमृत राघव पलरा, नवीन खटोला सहित सेकड़ों कार्यकर्ता मोजूद रहे।
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