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निगमायुक्त मुकेश कुमार आहुजा ने स्वच्छ सर्वेक्षण-2022 के तहत अधिकारियों के साथ की बैठक

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गुरूग्राम, 19 अक्तुबर। नगर निगम गुरूग्राम के आयुक्त मुकेश कुमार आहुजा ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे स्वच्छ सर्वेक्षण-2022 की तैयारियों में जुट जाएं तथा सरकार द्वारा निर्धारित मापदंडों की पालना में गुरूग्राम को स्वच्छ, सुंदर एवं बेहतरीन शहर बनाने की दिशा में कार्य करें।

निगमायुक्त ने उक्त निर्देश सैक्टर-39 स्थित नगर निगम कार्यालय में अधिकारियों के साथ आयोजित बैठक में दिए। निगमायुक्त ने कहा कि नगर निगम गुरूग्राम द्वारा निर्धारित स्थानों के अलावा अन्य जगहों पर कचरा डालने वालों पर कार्रवाई के लिए सहायक सफाई निरीक्षकों के नेतृत्व में सुपरवाईजरों की 9 टीमें गठित की जाएंगी। ये टीमें इधर-उधर कचरा डालने वालों की गाडिय़ों को इंपाऊंड करने के साथ ही उल्लंघनकर्ताओं पर जुर्माना भी लगाएंगी। इसके साथ ही सार्वजनिक स्थानों, सडक़ों के आसपास पड़े कचरे को उठाने की जिम्मेदारी भी इन्हीं टीमों की होगी। निगमायुक्त ने कहा कि यह भी सुनिश्चित किया जाए कि ट्रांसफर स्टेशन पर सेग्रीगेटिड कचरा पहुंचे। अगर कोई भी वाहन बिना सेग्रीगेट किए कचरा डालता है, तो उसका चालान किया जाएगा, चाहे वह वाहन इकोग्रीन एनर्जी का हो या अन्य किसी एजेंसी का। निगमायुक्त ने कहा कि उक्त गठित 9 टीमें सार्वजनिक स्थानों, मार्केट क्षेत्रों एवं डस्टबिन की सफाई करवाना भी सुनिश्चित करेंगी तथा पॉलीथीन के उपयोग पर भी अंकुश लगाने में अपनी जिम्मेदारी निभाएंगी। इस पूरी प्रक्रिया की जवाबदेही वरिष्ठ सफाई निरीक्षक ऋषि मलिक की होगी तथा वे प्रतिदिन निगमायुक्त को इस बारे में रिपोर्ट भी देना सुनिश्चित करेंगे।

निगमायुक्त ने कहा कि सैक्टर-39 कार्यालय में वीरवार तक सैनीटेशन कंट्रोल रूम की स्थापना की जाए। इसके लिए उन्होंने डिप्टी म्यूनिसिपल कमिशनर डा. विजयपाल यादव को जिम्मेदारी सौंपी। निगमायुक्त ने यह भी कहा कि कोई भी डस्टबिन या खत्ता खुला नहीं होना चाहिए तथा इसे कवर करें व सफाई सुनिश्चित करें, ताकि कचरा दिखाई ना दे। बैठक में निगमायुक्त ने महिला स्वच्छता सैनिकों को सरकार द्वारा दी जाने वाली विभिन्न योजनाओं का लाभ दिलवाने के भी निर्देश दिए। इसके साथ ही बल्क वेस्ट जनरेटरों तथा होम कंपोस्टिंग पर फोकस करने के लिए कहा। इसके अलावा, स्वच्छता के बारे में नागरिकों से प्रतिक्रिया प्राप्त करने के लिए मोबाइल एप तैयार करने के भी निर्देश निगमायुक्त द्वारा दिए गए। उन्होंने अवैध मीट शॉप को बन्द करवाने तथा बागवानी कचरे के समयबद्ध उठान एवं निस्तारण के निर्देश भी संबंधित अधिकारियों को दिए।

बैंक्वेट हॉल एवं होटलों को ठोस कचरा प्रबंधन नियम-2016 की करनी होगी पालना : निगमायुक्त ने कहा कि नगर निगम गुरूग्राम की सीमा में स्थित बैंक्वेट हॉल एवं होटलों को अपने यहां आयोजित होने वाले समारोह में ठोस कचरा प्रबंधन नियम-2016 की पालना सुनिश्चित करनी होगी। इसके तहत उन्हें अपने यहां से उत्पन्न होने वाले कचरे का निस्तारण स्वयं के स्तर पर करना अनिवार्य है। नियमों की अवहेलना पर संबंधित के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इसके तहत भारी जुर्माना करने के साथ ही उक्त बैंक्वेट हॉल या होटल को सील भी किया जा सकता है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि जो भी बैंक्वेट हॉल या होटल अपने यहां नियमों की पूर्णतया पालना करेंगे, उन्हें नगर निगम गुरूग्राम की तरफ से सम्मानित भी किया जाएगा। निगमायुक्त ने गुरूग्राम के नागरिकों से भी आह्वान किया कि वे अपने समारोह के आयोजन के लिए बैंक्वेट हॉल या होटल की बुकिंग करने से पूर्व वहां पर ठोस कचरा प्रबंधन नियम-2016 की पालना सुनिश्चित करने बारे जानकारी अवश्य लें।

स्वच्छ सर्वेक्षण-2022 में होंगे 7500 अंक : बैठक में बताया गया कि स्वच्छ सर्वेक्षण-2022 में कुल 7500 अंकों के आधार पर शहरों को स्वच्छता रैंकिंग दी जाएगी। इसमें सर्विस लेवल प्रोग्रैस के लिए 3000 अंक, सर्टिफिकेशन के लिए 2250 अंक तथा सिटीजन वॉयस के लिए 2250 अंक निर्धारित किए गए हैं।

बैठक में संयुक्त आयुक्त (मुख्यालय) हरीओम अत्री, डिप्टी म्यूनिसिपल कमिशनर डा.विजयपाल यादव, कार्यकारी अभियंता सुंदर श्योराण एवं देवेन्द्र भड़ाना, सहायक अभियंता राकेश जून, स्वच्छता सलाहकार अनिल मेहता, सफाई अधिकारी विजेन्द्र शर्मा, वरिष्ठ सफाई निरीक्षक ऋषि मलिक उपस्थित थे।

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