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गुरुग्राम के सोहना रोड पर प्रदुषण स्तर अति गम्भीर एक्युआई 478 दर्ज

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बादशाहपुर, 7 नवम्बर (अजय) : दीपावली के बाद से प्रदुषण स्तर ने लोगों का दम घोटने का कार्य कर दिया है। प्रदुषण कंट्रोल विभाग के अधिकारीयों द्वारा प्रदुषण कंट्रोल करने के दावे तो किये जा रहे है, लेकिन यह दावे सोहना रोड पर खोखलें शाबित हो रहे है। एक प्रदुषण स्तर दिखाने वाली एक वेबसाइट के अनुसार आज सोहना रोड सेक्टर 49 बादशाहपुर के आस-पास एक्यूआई अति गम्भीर आकड़ों के साथ 478 दर्ज हुआ है, जोकि स्वास्थ्य के लिए अति गम्भीर बताया जाता है। गुरुग्राम में दिन में ही अँधेरा छाया रहा। पीएम-10 का स्तर 386 और पीएम-2.5 का स्तर 478 पर स्थिर रहा। इससे आंखों में जलन होने के साथ ही लोगों को सांस लेने में परेशानी होने लगी। गले और आंखों के संक्रमितों की संख्या बढ़ने लगी है। लोगों को घरों के अंदर भी आंखों में जलन महसूस हो रही है। दोपहर में हल्की धूप के दर्शन हुए, लेकिन उससे भी प्रदूषण में ज्यादा कमी नहीं आई। तापमान में गिरावट और हवा के ठहराव के चलते प्रदूषण स्थिर हो गया है। गुरुग्राम सहित सोहना रोड पर प्रदूषण की घनी परत बन गई है। इससे पीएम-10 386 और पीएम-2.5 का स्तर 478 हो गया। यह काफी घंटो से इसी के आस-पास मानक पर स्थिर है। ऐसे में लोगों को आंखों में जलन और गले-फेफड़ों में संक्रमण की मार का सामना करना पड़ रहा है। पीएम के साथ ही हवा में हानिकारक गैसों और कार्बन कणों की मात्र मानक से कई गुना ज्यादा हो गई है। प्रदूषण का असर लोगों को घरों के अंदर भी झेलना पड़ रहा है। घरों में भी आंखों में जलन और त्वचा में खचाव की स्थिति बनी हुई है। इसको सेहत के लिए बेहद खतरनाक माना जाता है। इसको लेकर प्रदुषण नियन्त्रण बोर्ड के अधिकारीयों से खबर लिखें जाने तक सम्पर्क करने का प्रयास किया लेकिन उनसे सम्पर्क नही हो सका।

प्रदुषण बढने से यह आ रहे लक्षण :

चिकित्सकों की माने तो प्रदुषण बढ़ने से आंखों में जलन, गले में सूखापन, सांस फूलने की परेशानी, अस्थमा व खांसी जैसी शिकायत

अभी प्रदूषण का स्तर खतरनाक बना हुआ है। लोगों को सावधानी बरतने की जरूरत है। इससे स्वास्थ्य संबंधी कई तरह की परेशानियां हो सकती हैं। अभी प्रदूषण के स्तर में एकाएक कमी आने का पूर्वानुमान नहीं है। परेशानी होने पर अपने चिकित्सक से संपर्क करें।

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