मोदी सरकार द्वारा 8 नवम्बर के दिन आज से 5 साल पहले किये गये नोटबंदी के फेसले पर विपक्षी नेता द्वारा सवाल खड़े करते हुए केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साधा। बादशाहपुर निवासी एवं पूर्व कांग्रेस प्रवक्ता राजेश यादव ने एक वीडियों संदेश के माध्यम लोगों से अपील करते हुए कहा कि जो मोदी सरकार नोटबंदी को मास्टर स्टोक बता रही थी, आज उस बात पर देश की जनता गौर करे और फेसला करें कि नोटबंदी से देश को और उन्हें कितना फायदा पहुंचा। राजेश ने कहा कि देश में विकास घटने के पीछे कोरोना की वजह बताने वाली सरकार को बताना चाहता हूँ कोरोना से पहले ही देश में विकास दर 3 प्रतिशत से निचे जा चुकी थी, जोकि अब कोरोना का हवाला देकर पीछा छुडाना चाहते है। देश में 18 लाख करोड़ से बढ़कर 28 लाख करोड़ की नगदी 64 प्रतिशत ज्यादा होने के बावजूद भी मध्यम एवं गरीब निम्न वर्ग की जेब खाली है, लेकिन देश के बड़े बड़े पूंजीपति एवं सेठों की तिजोरियों में जमकर बढ़ोतरी हुई है। जिसमे सरकार ने अपने चहते लोगों को गरीब एवं मध्यम परिवार के लोगों का हक मारकर बड़े बड़े सेठों को जमकर लाभ पहुंचाने का कार्य किया है। 8 नवम्बर के दिन ही हुई नोटबंदी के फेसले से देश के मध्यम परिवारों से लेकर गरीब एवं कृषि क्षेत्र पूरी तरह से बर्बाद हो गया। देश में पिछले 70 सालों में इतनी बेरोगारी कभी नही हुई जितनी इन सालों में रिकॉर्ड बेरोजगारी पैदा हुई है। देश में खाद्य चीजों, पेट्रोल प्रोडक्ट तथा तेल एवं अन्य सामान के मूल्यों में रिकॉर्ड बढ़ोतरी ने देश की जनता को बर्बादी की कगार पर ला दिया है। देश में घर बनाने के लिए सरिया, सीमेंट, पथर, क्रेशर से लेकर अन्य सामान में करीब 60 से ज्यादा की 1 साल में बढ़ोतरी देखि गई है, जोकि अब तक की देश में रिकॉर्ड बढ़ोतरी है। जनता अब महंगाई को भाप रही है, जिसका परिणाम हरियाणा सहित विभिन्न राज्यों में हुए उप चुनाव में भाजपा सरकार की हार ने साफ़ कर दिया है।
Comments are closed.