मानेसर, 16 दिसम्बर (ब्यूरो) : गुरूवार को देश में मनाये गये विजय दिवस पर हिन्दू सेना ने भारत पाक युद्ध के दौरान शहीद हुए करीब 3900 वीरों को आज श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उन्हें याद किया। हिन्दू के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सुरजीत यादव ने कहा कि 3 दिसंबर 1971 को शाम के वक्त पाकिस्तानी वायुसेना के विमानों ने भारतीय वायुसीमा को पार करके पठानकोट, श्रीनगर, अमृतसर, जोधपुर, आगरा आदि सैनिक हवाई अड्डों पर बम गिराना शुरू कर दिया थे। जिसके बाद भारतीय सेना ने पाक सेना को मुंह तोड़ जवाब दिया और 13 दिन चले इस युद्ध में शहीद हुए 3900 जवान वीर गति को प्राप्त हुए। इसी दौरान 9,851 भारतीय सैनिक युद्ध में घायल भी हुए। 14 दिसंबर को भारतीय वायु सेना ने ढाका के गवर्नमेंट हाउस को उड़ा दिया। 16 दिसम्बर शाम साढ़े चार बजे जनरल नियाज़ी ने आत्म-समर्पण दस्तावेज पर हस्ताक्षर किये। 16 दिसम्बर को पाकिस्तान पर भारत की विजय हुई। इस युद्ध में 93,000 पाकिस्तानी सेना ने आत्मसमर्पण किया था। आज ही के दिन 16 दिसंबर 1971 की शाम करीब 4.30 बजे लेफ्टिनेंट जनरल जगजीत सिंह अरोड़ा हेलिकॉप्टर से ढाका में लैंडिंग की। अरोड़ा और नियाजी एक दूसरे के आमने-सामने बैठे और सरेंडर के पेपर्स पर पाकिस्तानी जनरल के साइन करवाए गए। इसके बाद नियाजी ने अपने हथियार जनरल अरोड़ा और भारतीय सेना के सामने रख दिए. बताया जाता है कि उस समय नियाजी की आंखें नम हो गई थीं। करीब 4 हजार जवानों की साहदत के बाद देश को यह गौरव दिन देखने को मिला था, जिसके लिए वह उन सभी शहीद हुए वीरों को नमन करते है।
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