बादशाहपुर, 26 दिसम्बर (अजय) : गुरुग्राम शहर में हलाल और झटका मीट एक बार फिर चर्चा में है। आखिर क्या है हलाल व झटका मीट और इसे लेकर क्या है विवाद। इसको लेकर हिन्दू सेना ने फिर से गुरुग्राम के होटलों पर सवालियां निशान खड़े करते हुए बिना सूचना के होटलों में हलाल मीट परोसने वालों के खिलाफ 1 जनवरी से बाहुबल के जोर पर बंद कराने की चेतावनी दी है। हलाल मीट पर विरोध जताते हुए हिन्दू सेना के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सुरजीत यादव ने कहा कि हिंदू सेना सभी होटल और रेस्टोरेंट को चेतावनी देती है कि 1 जनवरी से उन्हें प्रत्येक होटल रेस्टोरेंट के मीनू में मांसाहारी व्यंजन के सामने झटका मीट अथवा हलाल मीट का बना हुआ है यह लिखना आवश्यक होगा। अन्यथा हिंदू सेना ऐसे रेस्टोरेंट्स को बाहुबल के जोर पर नहीं चलने देगी।
पत्रकारों से बातचीत के दौरान सुरजीत यादव ने कहा कि हलाल मीट को केवल मुसलमान सप्लाई कर सकता है और केवल मुसलमान के सप्लाई करने के कारण हिंदू मीट विक्रेताओं को होटलों रेस्टोरेंट में मीट सप्लाई करने का मौका नहीं मिलता। भारत के लोकतांत्रिक ढांचे में यह फिट नहीं बैठता है। हलाल मीट होने के कारण केवल मुसलमान को ही अरबों रुपए का रोजगार मिलता है और हिंदू को अरबों रुपए का मीट का व्यापार करने का लाभ नहीं मिल पाता, जोकि गलत है। भारत के सेकुलर ढांचे में यह गलत है, जिसका हिंदू सेना विरोध करती हैं। रेस्टोरेंट एवं होटल में परोसे जाने वाला मीट के बारे में ग्राहक को यह नहीं बताया जाता कि यह हलाल मीट है। सुरजीत ने बताया कि हलाल मीट का अर्थ होता है कि इस्लाम के अल्लाह के नाम पर मारा गया जानवर से बना मीट। किसी अन्य धर्म वाले व्यक्ति को बिना बताए दूसरे धर्म के नाम पर मारे गए जानवर को खिलाना गैरकानूनी होता है। हिंदू सेना ने सभी होटल और रेस्टोरेंट को चेतावनी देते हुए कहा कि इस तरह का कारोबार गुरुग्राम में बिलकुल बर्दाश्त नही किया जाएगा। हिन्दू सैनिक अब गुरुग्राम व् होटल में इस बात की 1 जनवरी से जांच करेंगे कि वहां ऐसा कार्य तो नही किया जा रहा है।
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