कोरोना की चल रही तीसरी लहर के दौरान डॉ.रामवीर गोस्वामी ने कहा कि हमे कोरोना को हल्के में नही लेना चाहिए ऐसे में होने वाला कोई भी खांसी जुखाम हमे हल्के में नही लेना चाहिए, अपनी जांच कराते हुए उपचार कराना चाहिए, ताकि घर पर ही रहकर मरीज ठीक हो सके। वही सरकार की गाइडलाइन्स का पालन करते हुये जिनको बूस्टर डोज लगनी है वह अवश्य लगवाये। कोरोना वैक्सीन ही हमे गम्भीर कोरोना होने से बचा सकती है और कोरोना का संक्रमण को रोकने में प्रभावी हो सकती है।
डॉ. रामवीर ने बताया कि संक्रमित होने के बाद भी लोग कोरोना जांच नहीं करा रहे हैं। इससे उनके परिवार के लोग और अन्य भी संक्रमित हो रहे हैं। अगर किसी को बुखार, जुकाम, खांसी हुआ है और कोरोना जांच नहीं करा रहा है तो स्वयं को क्वारंटाइन कर ले। इससे परिवार के अन्य सदस्य और दूसरे लोगों में संक्रमण नहीं फैल पाएगा। यह बहुत जरूरी है कि स्वयं बीमार होने पर दूसरों को बीमारी से बचाएं। दवा लेने के साथ वह जल्द स्वस्थ भी हो जाएगा। देखने में आ रहा है कि लोगों को जुकाम, खांसी, बुखार हो रहा है। वे कार्यालय के साथ बाजार में भी आ-जा रहे हैं। इससे दूसरे लोगों में बीमारी का संक्रमण ही फैल रहा है। अगर घर में कोई भी बीमार है तो उसे जल्दी से क्वारंटाइन जरूर कराएं।
सोशल डिस्टेंस एवं मास्क लगाने की सलाह :
डॉ. रामवीर ने बताया कि डाक्टर शुरू से ही कोरोना की शुरुआत के समय से कह रहे हैं कि मास्क लगाएं। अगर कोरोना संक्रमण को खत्म करना है तो मास्क लगना ही होगा। आज शहर में बहुत लापरवाही दिख रही है। बाजार या अन्य सार्वजनिक जगहों पर बिना मास्क लगाए जाने वाले लोगों पर सख्ती की जानी ही चाहिए। किसी बीमारी को खत्म करने के लिए लोगों के सहयोग की जरूरत होती है और उनकी जिम्मेदारी भी है कि वह सावधानी बरतें।
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