बादशाहपुर, 19 फरवरी (अजय) : हिंदू सेना के उपाध्यक्ष सुरजीत यादव द्वारा कर्नाटक उच्च न्यायालय के समक्ष एक याचिका दायर की गई है, जिसमें चल रहे हिजाब प्रतिबंध मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की गई है, जिस पर अदालत सुनवाई कर रही है। बताया जा रहा है कि रेशम और अन्य बनाम कर्नाटक राज्य और अन्य में इस पर सुनवाई चल रही है जिसमे अब हिन्दू सेना ने भी अपना पक्ष रखा है। सुरजीत सिंह यादव (आवेदक) की याचिका में कहा गया है कि हिंदुओं में सभी धर्मों का सम्मान है और इसलिए, यह अपेक्षा की जाती है कि अन्य समुदायों के सदस्य उसी का प्रतिदान करें और सार्वजनिक व्यवस्था और शांति बनाए रखें। आवेदक ने केशवंदन भारती बनाम केरल राज्य में सर्वोच्च न्यायालय के फैसले पर भरोसा किया ताकि यह तर्क दिया जा सके कि एक धर्मनिरपेक्ष लोकतंत्र में धर्मनिरपेक्षता बनी रहनी चाहिए और शैक्षणिक संस्थान धार्मिक पोशाकों पर रोक लगाने के अपने अधिकारों के भीतर हैं। आवेदक ने प्रस्तुत किया कि भारतीय समाज में बहु-धार्मिक लोग शामिल हैं, और प्रत्येक समुदाय के सदस्य शांति और सार्वजनिक व्यवस्था बनाए रखने के लिए संवैधानिक दायित्व के अधीन हैं। हिंदू सेना के आवेदन में कोर्ट में कहा गया है कि हिंदुओं में सभी धर्मों का सम्मान है और इसलिए यह अपेक्षा की जाती है कि अन्य समुदायों के सदस्य भी धार्मिक मुद्दों पर उसी तरह की प्रतिक्रिया दें और समाज में शांति और सौहार्द को कायम रखने में अपनी भूमिका का निर्वहन करें। सुरजीत ने कहा कि हिंदुओं में सभी धर्मों का सम्मान है और इसलिए, यह अपेक्षा की जाती है कि अन्य समुदायों के सदस्य उसी का प्रतिदान करें और सार्वजनिक व्यवस्था बनाए रखें। हिन्दू सेना के पक्ष रखने पर गुरुग्राम शहर के हिन्दू संगठन तथा अन्य संगठनो ने हिन्दू सेना का समर्थन करते हुए कहा कि इस तरह के विवाद को जानबूझ पर बढ़ावा देकर भाईचारे का तुल दिया जा रहा है शिक्षा के मन्दिर में एक्स समान स्कूल ड्रेस कोड लागू होना चाहिए, यदि सभी अपने धर्मो के हिसाब से स्कूल में कपड़े पहने लगे तो स्कुल युनिफोर्म का क्या फायदा। लोगों ने कहा कि हिन्दू सेना के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष द्वारा कर्नाटक उच्च न्यायालय के समक्ष एक याचिका दायर की जिसके लिए वह उनका समर्थन करते है।
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