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अहीर रजिमेंट का समर्थन करने पहुंचे प्रो.हंसराज यादव

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बादशाहपुर, 15 मई (अजय) : लम्बे समय से गुरुग्राम के खेड़की दौला टोल प्लाजा पर चल रहे अहीर रजिमेंट गठन की मांग को लेकर आंदोलन को समर्थन करने के लिए प्रो.हंसराज यादव बादशाहपुर स्थानीय लोगों के साथ तथा जोगिन्द्र यादव खेड़की दौला पहुंचे। इन दिनों अलग-अलग स्तर पर सेना में अहीर रेजीमेंट की मांग उठ रही है। इस आन्दोलन को समर्थन करने के लिए सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा सहित विभिन्न बड़े बड़े नेता अपना समर्थन दे चुके है और सेना में अहीर रजिमेंट गठन की मांग उठा चुके है।

 जानकारी के अनुसार भारतीय सेना में अलग-अलग रेजिमेंट हैं। हालांकि यह व्यवस्था सिर्फ थल सेना में ही है। वायु सेना या नौसेना में ऐसा कोई इंतजाम नहीं है। आपने भी कई नाम सुने होंगे मसलन-सिख रेजिमेंट, गोरखा रेजिमेंट, राजपूत रेजिमेंट, मराठा रेजिमेंट वगैरह-वगैरह। यह एक तरीके से सेना टुकड़ियां होती हैं। इन सभी टुकड़ियों को मिलाकर सेना कंप्लीट होती है। सेना में रेजिमेंट का बंटवारा ब्रिटिश काल में हुआ था। तब अंग्रेजों ने आवश्यकतानुसार अलग-अलग ग्रुपों में सेना में भर्ती की। कभी यह भर्तियां जाति के आधार पर हुईं तो कभी समुदाय के आधार पर। फिर इसी बेस पर रेजिमेंट बन गई। थलसेना में भी इंफेंट्री में ही यह रेजिमेंट देखने को मिलती है। इसी तरह सेना में अब अहीरों के बलिदान को देखते हुए देश की सेना में अहीर समाज के लोग गुरुग्राम में आन्दोलन कर अहीर रजिमेंट गठन की मांग कर रहे है और सरकार से जल्द इस मांग को पूरा करने की मांग कर रहे है।

फोटो : आन्दोलन स्थल पर समर्थन करने पहुंचे प्रो.हंसराज यादव व अन्य

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