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निगम चुनाव : मानो या मत मानो, हमारा काम था बताना !

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बादशाहपुर, 28 जून (अजय राठौर) : नगर-निगम चुनाव को लेकर सूत्रों के हवाले से बड़ी खबर सामने आ रही है कि सूत्रों के अनुसार 27 सितम्बर व इसके आस-पास में निगम चुनावों की सितम्बर माह के पहले या दुसरे सप्ताह में घोषणा हो सकती है। सूत्रों के मुताबिक़ गुरुग्राम, फरीदबाद, मानेसर निगम के चुनाव एक साथ कराने की दिशा में कार्य किया जा रहा है। वार्डबंदी को लेकर निगम प्रशासन द्वारा कार्य तेजी से किया जा रहा है, गली मोहल्लो से एक-एक डाटा लगभग लिया जा चूका है। आने वाले दिनों मे फाइलों में वार्डबंदी की प्रक्रिया पूरी तरह से तैयार कर सुरक्षित रख ली जायेगी, जिसके बाद अगस्त के अंतिम सप्ताह में वार्डबंदी एवं मेयर एवं पार्षद सीट रिजर्वेशन की घोषणा के साथ आपति प्रक्रिया पूरी कर ली जायेगी। जिसके बाद चुनावों की घोषणा अचानक होने की सम्भावना जताई जा रही है।

किसे नुकशान किसे लाभ :

इस तरह अचानक चुनावों की घोषणा से उन्हें तो लाभ मिल जाएगा, जोकि सताधारी पार्टी के चुनाव चिन्ह पर चुनाव लड़ेगें, लेकिन उन्हें बड़ा नुकशान उठाना पड़ सकता है, जोकि अभी आराम से अपने घरों में इस उम्मीद में बैठे है कि चुनाव की घोषणा के बाद उन्हें काफी समय चुनाव प्रचार और लोगों के बिच जाने का वक्त मिल जायेगा। यदि कोई राजनितिक पार्टी अपने किसी टिकट मांगने वाले नेता को पार्टी टिकट नही देती है तो उन्हें निर्दलीय एवं अन्य किसी पार्टी से चुनाव लड़ने के लिए जनता के बिच अपनी उम्मीदवारी प्रमुखता से रखने का पूरा और पर्याप्त समय नही मिल सकेगा। जिससे उन्हें चुनाव में निराशा मिलने की सम्भावना जताई जा रही है।

नेताओं की प्रतिकिया :

निगम चुनावों को लेकर जब क्षेत्र के विभिन्न राजनितिक दलों के सक्रिय नेताओं से बात हुई तो उन्होंने कहा कि वह नगर निगम चुनाव के लिए पूरी तरह से तैयार है, लोगों के बिच वह लगातार अपना संवाद स्थापित कर उनकी समस्याओं को सुनते है और प्रशासन के समक्ष रख उन्हें पूरा कराने का प्रयास भी कर रहे है। रही बात चुनाव में पार्टी द्वारा टिकट देने को लेकर तो निगम चुनाव छोटी सरकार के रूप में देखि जाती है। जहां व्यक्ति विशेष के चेहरे की बड़ी अहमियत होती है। निगम पार्षद एवं मेयर के लिए जनता उन्हें ही चुनाव में चुनती है जोकि हमेशा जनता के बिच रहा हो और हर सुख दुःख में उनके साथ खड़ा रहा हो। पार्टी की टिकट पर चुनाव लड़ने वाला वोट की गिनती में भले ही शुरुआत में ज्यादा हो, लेकिन जीत हार के लिए जनता उन्हें ही अपना समर्थन देती है, जोकि जनता के बिच रहकर जनता की सुनता हो। 27 सितम्बर चुनाव को लेकर एवं वार्डबंदी को लेकर कोई अधिकारिक रूप से तो अभी कोई पुष्टि नही हुई है, यह हमारा समीकरण और सूत्रों के हवाले की खबर है, जिसकी हम कोई आधिकारिक एवं पुख्ता पुष्टि नही करते है।

कल भाजपा की बैठक :

नगर-निगम चुनावों को लेकर मानेसर गुरुग्राम में निगम चुनाव प्रभारी द्वारा कल बड़ी बैठक की जा रही है, जहां चुनाव को लेकर भाजपा की तरफ से जिम्मेदारी एवं अन्य घोषणा हो सकती है।

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