बादशाहपुर, 8 सितम्बर (अजय) : बच्चों में डेंगू व टोमैटो फ्लू बुखार भारत में तेजी से फैल रहा है। टोमैटो फ्लू के बारे में कहा जा रहा है कि यह बच्चों को अपनी चपेट में ले रहा है। और त्वचा पर लाल रंग के चकत्ते, त्वचा में जलन और डिहाइड्रेशन का कारण बन रहा है। संजीवनी अस्पताल बादशाहपुर के डॉ रामवीर गोस्वामी का कहना है कि फिलहाल टोमैटो फ्लू कम हुआ है लेकिन डेंगू के मामले आने लगे है ऐसे में लोगों को अपने बच्चों में डेंगू और टोमैटो फ्लू के लक्षणों को बिलकुल नजरअंदाज नही करना चाहिए, जेसे ही डेंगू और टोमैटो फ्लू के लक्षण दिखे तो अपने नजदीकी चिकित्सक से सम्पर्क कर तुरंत उपचार कराना चाहिए।
कोरोना महामारी के बाद मंकीपॉक्स ने दुनियाभर में चिंता बढ़ाईं और अब एक नई बीमारी ने दस्तक दी है। हैंड फुट माउथ डिजीज, जिसे टोमैटो फीवर के नाम से भी जाना जाता है, यह स्वास्थ्य विशेषज्ञों के लिए चिंता का विषय बन गया है। क्योंकि यह बच्चों में तेजी से फैलता है। वही अब धीरे धीरे बच्चों में डेंगू के मामले भी बढने लगे है, ऐसे में हमे अपने घरों में साफ़ सफाई के साथ साथ मच्छर मारने के पर्याप्त इंतजाम करने चाहिए ताकि मच्छरों से होने वाली बीमारियों से आप अपने बच्चों को बचा सके।
डेंगू एवं टोमैटो फ्लू के लक्षण :
डेंगू के लक्षण की बात करे तो इसमें तेज बुखार, सिरदर्द की शिकायत, उल्टी, मांसपेशियों में दर्द, जोड़ों में दर्द और एक प्रकार की त्वचा पर लाल हो जाती है तो वही टोमैटो फ्लू वाले बच्चों में देखे जाने वाले प्राथमिक लक्षण चिकनगुनिया या डेंगू बुखार के समान होते हैं। लक्षणों में तेज बुखार, चकत्ते, जोड़ों में सूजन, मतली, दस्त, डिहाइड्रेशन, जोड़ों में तेज दर्द शामिल हैं। अन्य लक्षणों शरीर दर्द, बुखार और थकान भी है जोकि कोविड 19 मरीजों द्वारा भी अनुभव किए गए थे। कुछ मामलों में मरीजों के स्किन पर फफोलों का आकार काफी बढ़ गया था।
चिकित्सक वर्जन :
डॉ. रामवीर गोस्वामी कहते है कि डेंगू एवं टोमैटो फ्लू से बचे रहने के लिए सफाई से रहने की सलाह देते हैं। यह वायरस बच्चों के लिए अधिक संवेदनशील माना जा रहा है। अगर किसी को भी अपने बच्चे में ऊपर बताए कोई लक्षण नजर आते हैं तो जल्द से जल्द डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए। जो बच्चे या लोग संक्रमित हो गए हैं उन्हें फफोले को फोड़ने और खरोंचने से बचना चाहिए। पानी का अधिक सेवन करें।
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