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सावधानी एवं सुरक्षा के साथ मनाये दीपावली का त्यौहार : शरद गोयल

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बादशाहपुर, 18 अक्टूबर (अजय) : दीपावली के त्योहार को आतिशबाजी और उत्सव का पर्व माना जाता है। मिठाइयों और पटाखों के बिना दिवाली सूनी-सूनी लगती है। पर कहीं इस दौरान बरती गई लापरवाही आपके लिए भारी न पड़ जाए इसके लिए हमे पटाखें जलाते वक्त सावधानी बरतनी चाहिए और सुरक्षा के साथ पटाखें जलाने चाहिए। नेचर इंटरनेशनल के अध्यक्ष शरद गोयल का कहना है कि वैसे तो खतरनाक पटाखों के बिक्री और इस्तेमाल पर रोक लगा दी गई है, हालांकि विशेषज्ञ बताते हैं कि पटाखे कैसे भी हों, इनसे सेहत को नुकसान पहुंच सकता है। पटाखों को लेकर बरती गई जरा सी भी लापरवाही के कारण शरीर के कई अंगों को नुकसान पहुंच सकता है, इन बातों के ध्यान में रखते हुए सभी लोगों को विशेष सावधानी बरतनी चाहिए।

पटाखों में कई प्रकार के हानिकारक रसायन होते हैं जो जलने के बाद सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकते हैं। इसके अलावा पटाखों को जलाते समय जरा सी भी लापरवाही कई अंगों की क्षति का भी कारण बन सकती है। हमे इस दीपावली पर मुख्य उपायों को ध्यान में रखकर दीपावली को सुरक्षित तरीके से मनानी है, ताकि दीपों के इस त्यौहार पर बिना किसी नुकशान के हम ख़ुशी ख़ुशी इस त्यौहार को मनाये।

उन्होंने कहा कि पटाखे जलाते समय हाथों-पैरों का विशेष ध्यान रखना चाहिए। पटाखों की आग से इन अंगों को नुकसान पहुंच सकता है। यदि पटाखे जलाते समय किसी के हाथ या पैरों में जख्म हो जाए या जल जाएं तो तुरंत उसपर एंटीसेप्टिक लगाएं और डॉक्टर के पास लेकर जाएं। पटाखों को हमेशा दूर से ही पूरी सावधानी बरतते हुए जलाना चाहिए।

पटाखों से निकलने वाले धुएं और इससे होने वाली तेज रोशनी से आंखों को नुकसान पहुंच सकता है। पटाखों से निकलने वाले जहरीले धुएं का आंखों से संपर्क होना गंभीर समस्याओं का कारण बन सकता है। इसके अलावा पटाखों को छूने के बाद उसी हाथ से आंखों को बिल्कुल भी न छुएं, इसके रसायन और कण आंखों को गंभीर नुकसान पहुंचा सकते हैं। यदि ऐसा हो तो धुएं से होने वाली नुकशान की डॉक्टर की सलाह पर आई ड्राप घर पर रखे ताकि जरूरत पड़ने पर उसका इस्तेमाल किया जा सके।

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