बादशाहपुर, 18 दिसम्बर (अजय) : हरियाणा में लगातार भ्रष्टाचार में लिप्त अफसरों पर कार्यवाही की जा रही है, रिश्वत लेते हुए अफसरों की गिरफ्तारी भी हो रही है, बावजूद इसके प्रशासन पर अंकुश नही लग पा रहा है। प्रशिद्ध लेखक एवं नेचर इंटरनेशनल के अध्यक्ष शरद गोयल का कहना है कि भ्रष्टाचार पर अंकुश नही लगने का कारण पर विशेष तौर पर सरकार को ध्यान देना चाहिए। विजिलेंस टीमों की लगातार धरपकड़ और कार्यवाही से जहां अफसरों पर नकेल तो कसी जा रही है, बावजूद विभागों में रिश्वत लेने वाले अफसर बाज नही आ रहे है। डीजी विजिलेंस शत्रुजीत कपूर ने हरियाणा में भ्रष्टाचार रोकने के लिए तैयार विशेष प्लान तैयार कर बड़ी कार्यवाही कर रहे है। उनके नेर्तित्व में हरियाणा में चल रही विजिलेंस कार्यवाही से काफी हद तक हरियाणा में भ्रष्टाचार पर अंकुश लगा है, इस कामयाबी के लिए वह बधाई के पात्र है। भ्रष्टाचार के विरुद्ध सशक्त तंत्र विकसित करने के साथ-साथ कानूनी प्रावधान बनाने की सरकार की घोषणा अमल में आने पर निश्चय ही चौंकाने वाले कई परिणाम देगी। सरकार ने विधानसभा में अपना यह इरादा जताकर हर किसी का ध्यान आकृष्ट कर लिया है।
शहरी क्षेत्रों में भ्रष्ट अफसरों द्वारा दिन-ब-दिन खड़े हो रहे भवन-दुकान, सड़कों पर फर्राटा भरतीं लक्जरी गाड़ियां और कुछ लोगों के जीवन-स्तर में देखते-देखते आया बदलाव सारी कहानी खुद ही कह देता है। हरियाणा में यदि पूरी तरह से भ्रष्टाचार पर अंकुश लगे तो हरियाणा और तेजी से विकास की रफ्तार पकड़ सकता है। विभागों में राजनेताओं, अधिकारियों और चालबाज बिचौलियों-ठेकेदारों की भूमिका को कम करके प्रदेश को विकास की रफ्तार दी जा सकती है।
सरकार द्वारा विशेष अदालतें गठित करने, निगरानी ब्यूरो को भ्रष्टाचार निरोधी ब्यूरो में तब्दील कर जिला स्तर पर डीएसपी के नेतृत्व में कार्यबल बनाने की मंशा धरातल पर उतरने पर सकारात्मक बदलाव कर मजबूत बनाने की दिशा में कार्य करना चाहिए। यह उम्मीद तभी वास्तविकता में बदलेगी, जब भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने वाले तंत्र पर कोई ऊपरी दबाव काम न करे। तंत्र की मानिटरिंग अलग बात होती है, जबकि उस पर दबाव बनाने का मतलब और परिणाम बिलकुल अलग होता है। प्रतिष्ठा, नौकरी और रोजगार को बलि चढ़ाकर शायद ही कोई रातोंरात धनपति बनने का उपक्रम रचता है, लेकिन फिर भी कुछ अधिकारी जल्द आमिर बनने की चाह में इस बलि को देने में पीछे नही रहते। राज्य सरकार फिलहाल भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने के लिए विजिलेंस कार्यवाही में जुटी है, लेकिन फिर भी विभागों के भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने के लिए ठोस कदम उठाने की जरूरत है।
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